दिल्ली पुलिस ने वजीराबाद में एटीएम चोरी के सिलसिले में दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि आरोपियों की पहचान नदीम (28) और समीर (27) के रूप में हुई है, जो हरियाणा के मेवात के निवासी हैं और इमरान नामक गिरोह के सदस्य हैं।
अधिकारियों के अनुसार, इन दोनों ने चार अन्य लोगों के साथ मिलकर 6 फरवरी की सुबह डकैती की।
पुलिस ने बताया, ‘‘आरोपी ने चोरी की कार का इस्तेमाल एटीएम से 29.12 लाख रुपये निकालने के लिए किया। उन्होंने एटीएम को मेवात पहुंचाया। अधिकारी ने कहा, “उन्होंने गैस कटर का उपयोग करके इसे तोड़ दिया और पैसे आपस में बांट लिए।”
डकैती की योजना सावधानीपूर्वक बनाई गई थी। आरोपियों ने अपराध को अंजाम देने से पहले एटीएम के सुरक्षा कैमरों पर काले रंग का स्प्रे कर दिया था।
एक अधिकारी ने बताया, “मशीन से छेड़छाड़ के बारे में बैंक के नियंत्रण कक्ष से सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और पाया कि कियोस्क खाली था।”
पुलिस ने जांच शुरू की। उन्होंने पाया कि उनका स्थान नूह के नल्हड़ गांव में है।
उन्होंने कहा, ‘‘स्थानीय लोगों के प्रतिरोध के बावजूद हमने वहां छापा मारा और संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया। अधिकारी ने बताया, “उनसे पूछताछ के बाद पुलिस ने मेवात में सूखी शाखाओं से ढके एक कुएं से चोरी किया गया एटीएम बरामद कर लिया।”
एमबीएन विश्वविद्यालय, पलवल से बी.टेक. स्नातक नदीम का आपराधिक इतिहास रहा है। अधिकारी ने बताया, “उसे पहले पांच मामलों में गिरफ्तार किया गया था और भोंडसी जेल में रहते हुए वह इमरान के गिरोह में शामिल हो गया था।”
बीएससी स्नातक समीर ने अपराध की दुनिया में आने से पहले कुछ समय तक कॉर्पोरेट नौकरी की थी। पुलिस ने कहा, “उसने 2022 से 2024 तक वंडर सीमेंट में काम किया, लेकिन नदीम ने दिसंबर 2024 में उसे गिरोह से मिलवाया।”
पुलिस ने 47,500 रुपये नकद, अपराध में प्रयुक्त कार और लूटा गया एटीएम बरामद कर लिया है। अधिकारी ने कहा, “शेष संदिग्धों को गिरफ्तार करने और चोरी की गई धनराशि बरामद करने के प्रयास जारी हैं।”