दिल्ली मेट्रो फेज-4 की बड़ी उपलब्धि: तुगलकाबाद-एरोसिटी कॉरिडोर की पहली भूमिगत सुरंग का निर्माण कार्य पूरा, TBM ने किया सफल ब्रेकथ्रू
7 जून 2025 | नई दिल्ली
दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) ने शनिवार को फेज-4 के अंतर्गत एक और बड़ी निर्माणात्मक उपलब्धि हासिल की है। तुगलकाबाद-एरोसिटी कॉरिडोर (जिसे गोल्डन लाइन भी कहा जाता है) पर स्थित मां आनंदमयी मार्ग और तुगलकाबाद रेलवे कॉलोनी स्टेशन के बीच बनाई जा रही भूमिगत सुरंग का निर्माण कार्य सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है।
टनल बोरिंग मशीन (TBM) ने किया सफल ब्रेकथ्रू
इस सुरंग का निर्माण टनल बोरिंग मशीन (TBM) की सहायता से किया गया। आज सुबह TBM ने तुगलकाबाद रेलवे कॉलोनी स्टेशन की साइट पर सफलतापूर्वक ब्रेकथ्रू किया। इस ऐतिहासिक मौके पर दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य, परिवहन एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. पंकज कुमार सिंह, डीएमआरसी के प्रबंध निदेशक डॉ. विकास कुमार और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

सुरंग की मुख्य विशेषताएँ:
लंबाई: 0.792 किलोमीटर
TBM की लंबाई: 96 मीटर
निर्माण की औसत गहराई: लगभग 18 मीटर
कुल रिंग्स की संख्या: 566
सुरंग का आंतरिक व्यास: 5.8 मीटर
निर्माण तकनीक: Earth Pressure Balancing Method (EPBM)
लंबाई: सामग्री: प्री-कास्ट कंक्रीट टनल रिंग्स
निर्माण के दौरान सुरक्षा का विशेष ध्यान
इस सुरंग का निर्माण अत्याधुनिक तकनीक और मानकों के अनुसार किया गया है। मुंडका में एक पूर्ण रूप से मशीनीकृत कास्टिंग यार्ड स्थापित किया गया था, जहाँ सुरंग रिंग्स को स्टीम क्योरिंग पद्धति से जल्दी मज़बूती दी गई।
निर्माण कार्य के दौरान आसपास के निर्मित क्षेत्रों और संरचनाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु विशेष उपकरणों की मदद से निरंतर ज़मीन की गतिविधियों की निगरानी की गई। इस पूरे दौरान किसी भी प्रकार की जमीन धँसाव या क्षति की कोई सूचना नहीं मिली।
दूसरी समानांतर सुरंग का निर्माण जारी
इस कॉरिडोर पर दो समानांतर सुरंगें बनाई जा रही हैं – एक ऊपर (Up Line) और दूसरी नीचे (Down Line) की दिशा में आवागमन के लिए। आज पूरी हुई सुरंग के समानांतर दूसरी सुरंग का ब्रेकथ्रू जुलाई 2025 तक पूरा होने की उम्मीद है।
फेज-4 में भूमिगत नेटवर्क का विस्तार
दिल्ली मेट्रो के चौथे चरण में कुल 40.109 किलोमीटर भूमिगत मेट्रो रूट निर्माणाधीन है। इनमें से 19.343 किलोमीटर का हिस्सा केवल एरोसिटी-तुगलकाबाद कॉरिडोर में है, जो दक्षिण दिल्ली को एयरपोर्ट और अन्य प्रमुख क्षेत्रों से जोड़ने में सहायक होगा।
क्या होती है टनल बोरिंग मशीन (TBM)?
TBM एक विशाल और शक्तिशाली मशीन है जिसका उपयोग जमीन के नीचे से गोलाकार सुरंगें बनाने में किया जाता है। यह मशीनें बिना सतह को नुकसान पहुँचाए विभिन्न प्रकार की मिट्टी और चट्टानों में सुरंग खोदने में सक्षम होती हैं।

DMRC ने दिल्ली मेट्रो के पहले चरण से ही TBM तकनीक का उपयोग शुरू कर दिया था और फेज-3 के दौरान करीब 50 किलोमीटर भूमिगत मेट्रो लाइन के लिए 30 से अधिक TBMs का इस्तेमाल किया गया।
समारोह की झलकियाँ:
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. पंकज सिंह ने TBM ब्रेकथ्रू को बताया “राष्ट्रीय बुनियादी ढांचे की दिशा में अहम उपलब्धि”
वरिष्ठ अभियंताओं और कर्मचारियों ने साझा किए अपने अनुभव
आगामी कार्यों की रूपरेखा पर चर्चा
DMRC की यह नई उपलब्धि राजधानी के मेट्रो नेटवर्क को और अधिक मज़बूती और सुविधा प्रदान करेगी। भविष्य में यात्रियों को तेज, सुगम और सुरक्षित यात्रा का अनुभव मिलेगा।