राज ठाकरे की राजनीति घुमावदार… सामना में क्यों लिखा- हिल जाएंगी गद्दारों की चूलें
शिवसेना यूबीटी के मुखपत्र सामना में राज और उद्धव ठाकरे के एक साथ आने को लेकर जहां एक ओर खुशी जाहिर की है, तो वहीं दूसरी ओर राज ठाकरे के राजनीतिक सफर पर उंगली भी उठाई है. उद्धव और राज ठाकरे के बीच के विवाद के कारणों का जिक्र भी सामना में किया है. महाराष्ट्र के व्यापक हित के लिए राज और उद्धव ठाकरे एक साथ आने के लिए तैयार हैं.
इस खबर ने देश की राजनीति में खलबली मचा दी है. इस खबर से कई लोगो को खुशी हुई तो वहीं कई लोगों को पेटदर्द भी शुरू हो गया है. सामना में राज ठाकरे को लेकर कहा गया कि उनकी अब तक की राजनीति घुमावदार रही है,
जिसके चलते उन्हें कभी सफलता नही मिल पाई. सामना में लिखा गया कि BJP, एकनाथ शिंदे जैसे लोग उनके कंधे पर बंदूक रखकर शिवसेना पर हमला करते रहे, लेकिन इससे राज ठाकरे को कोई राजनीतिक लाभ नहीं मिला. राज जिसे हमारा विवाद कहते हैं वह उद्धव ठाकरे को लेकर है. ये विवाद क्या है? यह कभी सामने नहीं आया है. राज मराठी लोगों की बात करते रहे और शिवसेना का जन्म मराठी हित के लिए हुआ और उद्धव ठाकरे ने वह हित नहीं छोड़ा.
नेशनल कैपिटल टाइम्स ;