महाराष्ट्र में केवल मराठी अनिवार्य, CM स्टालिन ने फडणवीस पर पूछ लिया केंद्र का स्टैंड
हिंदी को लेकर महाराष्ट्र में छिड़े विवाद के बाच सीएम फडणवीस ने कहा, “यह कहना गलत है कि हिंदी थोपने की कोशिश की जा रही है. महाराष्ट्र में मराठी अनिवार्य भाषा बनी रहेगी. इसके अलावा कोई अन्य अनिवार्यता नहीं होगी.” उन्होंने यह भी कहा, ‘हमें यह समझने की जरूरत है कि राज्य में मराठी की जगह हिंदी को अनिवार्य भाषा नहीं बनाया गया है.”
केंद्र की राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के खिलाफ तमिलनाडु सरकार लगातार मुखर रही है. महाराष्ट्र की सरकार ने अपने यहां मराठी भाषा को प्राथमिकता दिए जाने की बात कही है. इस पर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने यह जानना चाहा कि क्या केंद्र सरकार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के इस रूख का समर्थन करती है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत राज्य में मराठी के अलावा कोई अन्य भाषा तीसरी भाषा के रूप में अनिवार्य नहीं है.
सीएम स्टालिन ने कहा कि हिंदी को तीसरी भाषा के रूप में अपने यहां लागू करने के लिए भारी आलोचना का सामना करने के बाद, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री फडणवीस ने दावा किया कि राज्य में सिर्फ मराठी ही अनिवार्य भाषा है. उन्होंने यह भी कहा, “यह गैर-हिंदी भाषी राज्यों पर हिंदी लागू करने को लेकर खुले तौर पर हुई निंदा पर उनकी घबराहट दिखाता है.”
नेशनल कैपिटल टाइम्स ; https://nationalcapitaltimes.com/