जगतगुरु आदि शंकराचार्य की जयंती आज, देशभर में हो रहा है पुण्य स्मरण
नई दिल्ली, 2 मई 2025: आज देशभर में महान दार्शनिक, संत और अद्वैत वेदांत के प्रवर्तक जगतगुरु आदि शंकराचार्य की जयंती श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाई जा रही है। ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार हर वर्ष अप्रैल या मई में मनाई जाने वाली यह जयंती इस वर्ष 2 मई को पड़ रही है।
आदि शंकराचार्य- उन्होंने वैदिक दर्शन, उपनिषदों, भगवद्गीता और ब्रह्मसूत्रों पर गहन भाष्य लिखकर अद्वैत वेदांत को एक सुदृढ़ और व्यवस्थित दर्शन के रूप में स्थापित किया।
उन्होंने न केवल बौद्ध, जैन और चार्वाक जैसे अन्य मतों का तार्किक खंडन किया, बल्कि वैदिक धर्म की पुनः प्रतिष्ठा के लिए चार प्रमुख मठों की स्थापना की —
1. ज्योतिषपीठ (बदरिकाश्रम, उत्तराखंड)
2. श्रृंगेरी पीठ (कर्नाटक)
3. द्वारका शारदा पीठ (गुजरात)
4. पुरी गोवर्धन पीठ (ओडिशा)
इन मठों के माध्यम से आज भी वैदिक परंपरा का संरक्षण और प्रसार किया जा रहा है। शंकराचार्य जी को शिव का अवतार माना जाता है और उन्हें ‘जगतगुरु’ की उपाधि प्राप्त है।
उनके उपदेश आत्मा और परमात्मा की एकरूपता पर आधारित हैं, जिसमें ईश्वर को एक ही समय पर सगुण और निर्गुण स्वरूपों में स्वीकार किया गया है।
आज देशभर के मंदिरों, मठों और आश्रमों में विशेष पूजन, शंकराचार्य के ग्रंथों का पाठ और आध्यात्मिक व्याख्यानों का आयोजन किया जा रहा है।
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