ऑपरेशन सिंदूर पर हमें गर्व है, भारत को कोई नुकसान नहीं पहुंचा” – एनएसए अजित डोभाल का IIT मद्रास में संबोधन
चेन्नई, 11 जुलाई 2025
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने गुरुवार को IIT मद्रास में एक महत्वपूर्ण संबोधन के दौरान “ऑपरेशन सिंदूर” को लेकर विदेशी मीडिया की भ्रामक रिपोर्टिंग पर कड़ा संदेश दिया। उन्होंने साफ़ कहा कि भारत को इस अभियान में कोई नुकसान नहीं हुआ और विदेशी मीडिया द्वारा फैलाई गई अफवाहें पूरी तरह झूठी हैं।
“मुझे एक भी तस्वीर दिखाइए जिसमें भारत को कोई नुकसान हुआ हो। ऑपरेशन सिंदूर में हमारा कोई भी सिपाही हताहत नहीं हुआ, और न ही हमारे किसी ठिकाने को क्षति पहुँची,” – डोभाल
तकनीक और युद्ध रणनीति का मेल
NSA डोभाल ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान स्वदेशी तकनीक के इस्तेमाल को भारत की सामरिक क्षमताओं की एक बड़ी सफलता बताया। उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन केवल एक सैन्य कार्रवाई नहीं थी, बल्कि यह भारत की तकनीकी आत्मनिर्भरता और रणनीतिक सटीकता का प्रमाण था।
“हमने सीमापार नौ पाकिस्तानी आतंकी ठिकानों पर निशाना साधा – सभी लक्ष्य सीमा रेखा से दूर स्थित थे। हमारे हर हमले का निशाना बिल्कुल सटीक था, और हमने केवल आतंकियों को ही निशाना बनाया।” – डोभाल
“ऑपरेशन सिंदूर” क्या है?
हाल में भारत द्वारा किया गया यह गुप्त सैन्य अभियान – ऑपरेशन सिंदूर – कथित तौर पर पाकिस्तान अधिकृत क्षेत्रों में स्थित आतंकी लॉन्चपैड्स पर किया गया एक सर्जिकल स्ट्राइक ऑपरेशन था। इस ऑपरेशन को लेकर पाकिस्तान की ओर से विरोध जताया गया, जबकि विदेशी मीडिया में भी अलग-अलग तरह की रिपोर्ट्स सामने आईं।
डोभाल का जवाब – भारत का आत्मविश्वास
अजीत डोभाल ने बिना किसी राजनीतिक बयानबाज़ी के, केवल तथ्यों और रणनीतिक आधार पर यह संदेश दिया कि भारत अब आतंक के खिलाफ समझौता नहीं करेगा।
उन्होंने यह भी संकेत दिया कि आने वाले समय में भारत और भी अधिक टेक्नोलॉजी-ड्रिवन डिफेंस ऑपरेशन को अंजाम देगा, जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ड्रोन टेक्नोलॉजी और रियल-टाइम सैटेलाइट डाटा का उपयोग होगा।
मुख्य बिंदु:
NSA डोभाल ने विदेशी मीडिया की झूठी रिपोर्टिंग को खारिज किया।
ऑपरेशन सिंदूर में भारत को कोई नुकसान नहीं हुआ।
सभी हमले सीमापार आतंकी ठिकानों पर केंद्रित थे।
स्वदेशी तकनीक के सफल प्रयोग पर भारत को गर्व।
भविष्य की युद्ध रणनीति में टेक्नोलॉजी की भूमिका पर जोर।