क्या होते हैं FOB, ROB और RUB? जानिए रेलवे और सड़क इंफ्रास्ट्रक्चर की ये तीन अहम कड़ियाँ
नई दिल्ली। आपने कई बार रेलवे स्टेशन पर या रेलवे क्रॉसिंग के पास ऐसे शब्द सुने होंगे – FOB, ROB, और RUB। ये तीनों ही हमारे देश के रेलवे और सड़क नेटवर्क की महत्वपूर्ण संरचनाएं हैं, लेकिन बहुत से लोग इनका सही मतलब नहीं जानते। आइए जानते हैं कि ये क्या होते हैं और क्यों ज़रूरी हैं ये ढांचे:
1. FOB – Foot Over Bridge (फुट ओवर ब्रिज)
FOB यानी फुट ओवर ब्रिज एक ऐसा पुल होता है जो पैदल यात्रियों के लिए बनाया जाता है।
यह पुल रेलवे स्टेशन पर अलग-अलग प्लेटफॉर्म को जोड़ने का काम करता है ताकि लोग आसानी से और सुरक्षित एक प्लेटफॉर्म से दूसरे प्लेटफॉर्म पर जा सकें।
कई बार यह सड़कों पर भी बनाया जाता है, जहां ट्रैफिक ज्यादा होता है, ताकि लोग सड़क के ऊपर से चलकर पार कर सकें।
🟢 उदाहरण: दिल्ली, मुंबई, लखनऊ जैसे बड़े स्टेशनों पर बने लोहे या सीमेंट के ऊँचे पुल जिनसे लोग प्लेटफॉर्म पार करते हैं।

2. ROB – Road Over Bridge (रोड ओवर ब्रिज)
ROB यानी रोड ओवर ब्रिज एक ऐसा पुल होता है जो सड़क को रेलवे ट्रैक के ऊपर से ले जाता है।
इसका उद्देश्य होता है कि जब सड़क और रेलवे लाइन एक-दूसरे को क्रॉस करती हैं, तो वाहन बिना रुकावट के पार हो सकें।
इससे रेलवे फाटक पर लंबे ट्रैफिक जाम और दुर्घटनाओं से बचाव होता है।
🟢 उदाहरण: किसी रेलवे लाइन के ऊपर बना वह पुल जिससे कार, बाइक, ट्रक आदि सीधा निकल जाते हैं, जैसे कानपुर या पटना में कई ROB बने हैं।

3. RUB – Road Under Bridge (रोड अंडर ब्रिज)
RUB यानी रोड अंडर ब्रिज एक ऐसा पुल होता है जिसमें सड़क को रेलवे लाइन के नीचे से निकाला जाता है।
यह वहाँ बनाया जाता है जहाँ ROB बनाना तकनीकी रूप से मुश्किल होता है या ज़मीन की ऊँचाई कम होती है।
इससे भी वाहन और लोग बिना रेलवे लाइन को पार किए अपने रास्ते पर आगे बढ़ सकते हैं।
🟢 उदाहरण: रेलवे ट्रैक के नीचे से गुजरने वाली छोटी सुरंगें या रास्ते जिन्हें ग्रामीण इलाकों में अक्सर देखा जाता है।

इन तीनों का उद्देश्य एक ही – सुरक्षा और सुगमता
चाहे वह FOB हो, ROB हो या RUB — इनका मकसद एक ही है:
यात्रियों की जान की सुरक्षा
ट्रैफिक जाम और दुर्घटनाओं से बचाव
रेलवे संचालन को बाधा रहित बनाना
लोगों की आवाजाही को आसान बनाना
सरकार उठा रही है तेज़ी से कदम
भारत में हर साल कई दर्जन नए ROB, RUB और FOB बनाए जा रहे हैं। रेलवे मंत्रालय और राज्य सरकारें मिलकर इस दिशा में तेज़ी से कार्य कर रही हैं, खासकर भीड़भाड़ वाले शहरों और क्रॉसिंग वाले क्षेत्रों में।
निष्कर्ष
देश के हर नागरिक को यह जानना ज़रूरी है कि FOB, ROB और RUB जैसे ढांचे हमारी यात्रा को सुरक्षित और आसान बनाते हैं। ये सिर्फ पुल नहीं, बल्कि विकास की मजबूत नींव हैं।
नेशनल कैपिटल टाइम्स