भारत के पहले अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन विज़िटर बने ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला, प्रधानमंत्री मोदी ने किया स्वागत
नई दिल्ली।
भारत के लिए एक ऐतिहासिक क्षण सामने आया है, जब ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला सफलतापूर्वक अंतरिक्ष से लौटे। वे भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री बने हैं जिन्होंने अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) का दौरा किया। उनके इस मिशन को देशभर में गौरव और गर्व की नजरों से देखा जा रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर एक भावुक संदेश साझा करते हुए कहा,
“मैं पूरे देश के साथ ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला का स्वागत करता हूँ, जो अपने ऐतिहासिक अंतरिक्ष मिशन से पृथ्वी पर लौटे हैं। अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन का दौरा करने वाले भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री के रूप में, उन्होंने अपने समर्पण, साहस और अग्रणी भावना से एक अरब सपनों को प्रेरित किया है। यह हमारे मानवीय अंतरिक्ष उड़ान मिशन – गगनयान – की दिशा में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।”
ग्रुप कैप्टन शुक्ला की यह उपलब्धि न केवल भारतीय वायुसेना के लिए गौरव का विषय है, बल्कि पूरे देश के वैज्ञानिक और अंतरिक्ष क्षेत्र के लिए भी प्रेरणास्रोत बन गई है। उनकी यह उड़ान भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) और वैश्विक अंतरिक्ष सहयोग के लिए एक नए युग की शुरुआत मानी जा रही है।
गगनयान मिशन की तैयारी को मिली नई गति
विशेषज्ञों का मानना है कि शुभांशु शुक्ला का यह मिशन भारत के महत्वाकांक्षी गगनयान मानव अंतरिक्ष मिशन के लिए प्रेरणा का काम करेगा। गगनयान परियोजना के तहत भारत 2025 तक स्वदेशी मानव मिशन को अंतरिक्ष में भेजने की तैयारी कर रहा है।
इस मिशन से जुड़े वैज्ञानिकों और अंतरिक्ष यात्रियों की टीमों ने शुभांशु शुक्ला की वापसी पर खुशी जताई है और इसे एक “मॉडल मिशन” करार दिया है जिससे आने वाले अभियानों के लिए अनुभव और तकनीकी समझ बढ़ेगी।

देशभर में जश्न और सम्मान
शुभांशु शुक्ला के इस साहसिक कदम के लिए देशभर में जश्न का माहौल है। स्कूलों, कॉलेजों, और विज्ञान केंद्रों में उनके इस अभियान को लेकर चर्चा और प्रेरणादायक कार्यक्रम हो रहे हैं।
भारत अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में लगातार नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है और ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला की यह उड़ान उस दिशा में एक सुनहरा अध्याय साबित हो रही है।