दिल्ली मेट्रो का टनलिंग ब्रेकथ्रू: एरोसिटी-तुगलकाबाद कॉरिडोर पर मिली बड़ी सफलता
नई दिल्ली, 15 जुलाई 2025
दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) ने आज फेज-IV के तहत एक बड़ी इंजीनियरिंग सफलता हासिल की है। एरोसिटी–तुगलकाबाद कॉरिडोर पर एक टनल बोरिंग मशीन (TBM) ने तुगलकाबाद और तुगलकाबाद रेलवे कॉलोनी के बीच 0.96 किलोमीटर लंबी भूमिगत सुरंग का कार्य पूरा कर टनलिंग ब्रेकथ्रू हासिल किया।
क्यों खास है यह सुरंग?
यह सुरंग सिल्वर लाइन (लाइन-10) का हिस्सा है, जो दक्षिण दिल्ली, फरीदाबाद सीमा और आईजीआई एयरपोर्ट को जोड़ने का काम करेगी। कुल 23.62 किलोमीटर लंबी इस मेट्रो लाइन पर 15 स्टेशन प्रस्तावित हैं, जिनमें 11 भूमिगत और 4 एलिवेटेड होंगे।

इंजीनियरिंग का कमाल
DMRC की टीम ने इस सुरंग का निर्माण घनी आबादी, रेल संपत्तियों और पुरातात्विक स्थलों के बीच करते हुए सुरक्षा और स्थायित्व का पूरा ध्यान रखा। यह मेट्रो का तकनीकी रूप से सबसे चुनौतीपूर्ण कामों में से एक माना गया
DMRC का बयान
DMRC ने इस ब्रेकथ्रू को राजधानी में यातायात और प्रदूषण की समस्या को कम करने की दिशा में अहम कदम बताया है। इस लाइन के पूरा होने से हजारों यात्रियों को बेहतर और तेज़ कनेक्टिविटी मिलेगी।
फेज-IV के तीन प्रमुख कॉरिडोर:
1. सिल्वर लाइन (एरोसिटी–तुगलकाबाद): 23.62 किमी
2. मैजेंटा लाइन विस्तार (जनकपुरी पश्चिम–आर.के. आश्रम): 29.262 किमी
3. पिंक लाइन विस्तार (मजलिस पार्क–मौजपुर): 12.318 किमी
यह सफलता दिखाती है कि दिल्ली मेट्रो न केवल देश के ट्रांसपोर्ट सिस्टम को आधुनिक बना रही है, बल्कि इंजीनियरिंग की दृष्टि से भी नई ऊंचाइयों को छू रही है।