श्रावण मास में शिवभक्ति का उत्सव: दिल्ली में कांवड़ियों के लिए अभूतपूर्व इंतज़ाम, यमुना विहार में रेखा गुप्ता ने लिया शिविरों का जायज़ा
श्रावण मास के पवित्र आरंभ के साथ ही उत्तर भारत में शिवभक्तों का उत्साह चरम पर है। हरिद्वार, गंगोत्री और अन्य तीर्थ स्थलों से जल लेकर चलने वाले कांवड़िए जब दिल्ली से होकर गुजरते हैं, तो पूरा वातावरण “बोल बम”, “हर-हर महादेव” और “बम-बम भोले” के जयघोष से गुंजायमान हो उठता है।
इस बार दिल्ली सरकार और स्थानीय प्रशासन ने कांवड़ यात्रा को लेकर जो तैयारियाँ की हैं, वह अब तक की सबसे भव्य और अभूतपूर्व मानी जा रही हैं। खासतौर पर यमुना विहार इलाके में कांवड़ियों के स्वागत के लिए बेहतरीन प्रबंध किए गए हैं।
रेखा गुप्ता ने लिया व्यवस्थाओं का जायज़ा
आज वरिष्ठ भाजपा नेता और दिल्ली की पूर्व महापौर रेखा गुप्ता ने यमुना विहार क्षेत्र में लगे कांवड़ शिविरों का निरीक्षण किया। उन्होंने वहाँ मौजूद सेवकों, प्रशासनिक अधिकारियों और श्रद्धालुओं से बातचीत की और व्यवस्थाओं की सराहना की।
रेखा गुप्ता ने कहा,
“यह पहली बार है जब दिल्ली में कांवड़ियों का इतने सम्मान और उत्साह से स्वागत किया जा रहा है। यह सिर्फ धार्मिक भावनाओं का नहीं, बल्कि दिल्ली की सांस्कृतिक चेतना और सेवा भाव का भी प्रतीक है।”
100 से अधिक अभिनंदन गेट, 400+ शिविर, हर सुविधा मौजूद
इस बार दिल्ली में लगभग 100 से अधिक रंग-बिरंगे अभिनंदन गेट लगाए गए हैं जो विभिन्न इलाकों में कांवड़ियों का स्वागत कर रहे हैं। ये गेट न केवल धार्मिक प्रतीक हैं, बल्कि श्रद्धालुओं के लिए ऊर्जा और उत्साह का स्रोत बन चुके हैं।


इसके अलावा दिल्लीभर में 400 से अधिक कांवड़ शिविर स्थापित किए गए हैं, जिनमें ठहरने, आराम करने, भोजन करने, प्राथमिक चिकित्सा और सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था है।

दिल्ली जल बोर्ड और नगर निगम की अहम भूमिका
दिल्ली जल बोर्ड ने शिविरों और पंडालों में विशेष पेयजल व्यवस्था की है ताकि यात्रियों को शुद्ध जल मिल सके। साथ ही, सफाई और स्वच्छता के लिए नगर निगम की टीमें लगातार सक्रिय हैं।
कई जगहों पर चल चिकित्सा केंद्र, मसाज/फिजियो सुविधा, मोबाइल शौचालय, और सीसीटीवी निगरानी जैसी व्यवस्थाएँ भी की गई हैं, जिससे किसी भी आपात स्थिति से तुरंत निपटा जा सके।
सेवा में जुटे स्वयंसेवी संगठन और स्थानीय लोग
कई धार्मिक, सामाजिक और स्वयंसेवी संस्थाएँ दिन-रात कांवड़ियों की सेवा में जुटी हैं। स्थानीय लोग भी श्रद्धालुओं को फल, शरबत और जल वितरित कर रहे हैं। यह दिल्ली की संवेदनशीलता और सहभागिता को दर्शाता है।
एक नजर में – दिल्ली में कांवड़ यात्रा 2025 की प्रमुख झलकियाँ:
🔸 100+ स्वागत द्वार
🔸 400+ कांवड़ शिविर
🔸 दिल्ली जल बोर्ड द्वारा जल की विशेष व्यवस्था
🔸 चिकित्सकीय सुविधा, भोजन व विश्राम केंद्र
🔸 सीसीटीवी निगरानी व पुलिस सुरक्षा
🔸 रेखा गुप्ता सहित कई नेताओं का दौरा
🔸 स्वयंसेवी संस्थाओं की सक्रिय भागीदारी
—
शिवभक्ति, सेवा और संस्कृति का संगम
दिल्ली इस समय एक नई छवि प्रस्तुत कर रही है — जहाँ आस्था, सेवा और प्रबंधन का अद्भुत मेल दिखाई दे रहा है। प्रशासन से लेकर आम नागरिक तक हर कोई “भोले के भक्तों” के स्वागत में तत्पर है।
श्रावण मास की इस आध्यात्मिक यात्रा में दिल्ली की सहभागिता उसे श्रद्धा और सेवा के पथ पर एक नई ऊँचाई पर ले जा रही है।