हरिद्वार में “ऑपरेशन कालनेमी” की ताबड़तोड़ कार्रवाई, अब तक 266 फर्जी बाबा पुलिस के शिकंजे में
हरिद्वार, 12 अगस्त:
मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड की पहल पर पूरे प्रदेश में चलाए जा रहे विशेष अभियान “ऑपरेशन कालनेमी” ने हरिद्वार जिले में बड़ी सफलता हासिल की है। जिले में कप्तान प्रमेन्द्र सिंह डोबाल के नेतृत्व में पुलिस की कई टीमें लगातार अलग-अलग इलाकों में छापेमारी कर रही हैं।
रुड़की पुलिस की ताज़ा कार्रवाई – 4 और बहरुपिए गिरफ्तार
कोतवाली रुड़की पुलिस ने सोमवार को 4 ऐसे बहरुपियों को गिरफ्तार किया जो साधु-संत का भेष धारण कर तंत्र-मंत्र, जादू-टोना जैसी गतिविधियों के ज़रिए लोगों को भ्रमित कर रहे थे। ये आरोपी धार्मिक आस्था का दिखावा करके यात्रियों और स्थानीय लोगों से ठगी करते थे।
अब तक 266 फर्जी बाबा गिरफ्तार
हरिद्वार पुलिस अब तक 266 ऐसे फर्जी बाबाओं को गिरफ्तार कर चुकी है जो धार्मिक भावनाओं का फायदा उठाकर गलत कार्यों में लिप्त थे। ये लोग खुद को ‘धार्मिक गुरु’ बताकर चमत्कार दिखाने, भविष्यवाणी करने और विभिन्न अनुष्ठानों के नाम पर लोगों से पैसे ऐंठते थे।
2100 से अधिक लोगों का सत्यापन
कार्रवाई के दौरान पुलिस ने करीब 2100 से अधिक लोगों का सत्यापन भी किया है। इसमें पहचान पत्र, पते और पृष्ठभूमि की जांच की गई ताकि किसी भी संदिग्ध व्यक्ति को हरिद्वार में धार्मिक भीड़ का फायदा उठाकर ठगी का मौका न मिल सके।
जिलेभर में सक्रिय पुलिस टीमें
अभियान के तहत कोतवाली, चौकियों और विशेष जांच इकाइयों की टीमें लगातार मेला क्षेत्र, प्रमुख मंदिरों और भीड़-भाड़ वाले इलाकों में गश्त कर रही हैं। पुलिस का कहना है कि इस अभियान का मकसद न केवल फर्जी बाबाओं पर शिकंजा कसना है बल्कि श्रद्धालुओं और पर्यटकों को ठगी से बचाना भी है।
अभियान आगे भी जारी रहेगा
हरिद्वार पुलिस ने स्पष्ट किया है कि “ऑपरेशन कालनेमी” तब तक जारी रहेगा जब तक जिले से धार्मिक आस्था का दुरुपयोग करने वाले लोगों का सफाया नहीं हो जाता। पुलिस ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि किसी अज्ञात साधु-संत या बाबा के बहकावे में न आएं और संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना पुलिस को दें।