सीपी राधाकृष्णन भारत के 15वें उपराष्ट्रपति चुने गए
नई दिल्ली: भाजपा-राजग (एनडीए) गठबंधन के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन भारत के 15वें उपराष्ट्रपति निर्वाचित हुए। उन्होंने विपक्षी दलों के संयुक्त उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी को 152 मतों के अंतर से हराया। एनडीए उम्मीदवार राधाकृष्णन को कुल 452 वोट प्राप्त हुए, जबकि रेड्डी को 300 वोट ही मिले।
उपराष्ट्रपति चुनाव में कुल 767 सांसदों ने मतदान किया, जिसमें से 15 वोट अवैध घोषित किए गए। इससे साफ है कि कुल 752 वैध वोटों में राधाकृष्णन ने स्पष्ट बढ़त हासिल की।
राजनीतिक विश्लेषण के अनुसार, विपक्ष के साझा उम्मीदवार रेड्डी को अनुमानित 324 वोट मिलने चाहिए थे, लेकिन उन्हें केवल 300 वोट ही मिले। इस आधार पर सत्ताधारी गठबंधन ने क्रॉस वोटिंग का दावा किया। वहीं, विपक्षी दलों का कहना है कि उनके सभी सांसदों ने मतदान में हिस्सा लिया और अपनी एकजुटता दिखाई।
मतदान प्रक्रिया और परिणाम
उपराष्ट्रपति पद के लिए मतदान मंगलवार को सुबह 10 बजे संसद भवन के वसुधा कक्ष में शुरू हुआ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सबसे पहले अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इसके बाद संसदीय कार्यमंत्री किरन रिजिजू, अर्जुन राम मेघवाल, और जितेंद्र ¨सह समेत कई वरिष्ठ मंत्रियों ने मतदान किया। पीएम मोदी वोट डालने के तुरंत बाद पंजाब और हिमाचल प्रदेश के दौरे के लिए रवाना हो गए।
वोटिंग में विपक्ष के वरिष्ठ नेता भी सक्रिय रहे। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा नेता विपक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, अखिलेश यादव, शरद पवार समेत अन्य वरिष्ठ सांसद भी मतदान के लिए संसद पहुंचे।
मतों का आंकड़ा और औपचारिकताएं
कुल सांसद: 788 (सदनों की रिक्त सीटें: 7)
मतदान में हिस्सा लेने वाले: 767
मतदान प्रतिशत: 98.2%
अवैध वोट: 15
वैध वोट: 752
राधाकृष्णन: 452
रेड्डी: 300
इस चुनाव में बीजू जनता दल, भारत राष्ट्र समिति, और अकाली दल ने तटस्थ रहने का निर्णय लिया था। इनके 14 सांसदों ने मतदान नहीं किया, जो मतदान प्रतिशत में शामिल नहीं हैं।
मतगणना शाम 6 बजे शुरू हुई और परिणाम की घोषणा शाम 7.30 बजे राज्यसभा के महासचिव पीसी मोदी ने की। चुनाव परिणाम चुनाव आयोग और कानून मंत्रालय को आगे की आवश्यक प्रक्रिया के लिए भेज दिए गए हैं।
उप-राष्ट्रपति पद की शपथ
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा शपथ ग्रहण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इसके बाद सीपी राधाकृष्णन आधिकारिक रूप से उपराष्ट्रपति के पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे।
राजनीतिक और चुनावी महत्व
उपराष्ट्रपति चुनाव में राधाकृष्णन की जीत एनडीए की बढ़ती ताकत को दर्शाती है। इसके साथ ही विपक्षी दलों के साझा उम्मीदवार को अपेक्षित वोट न मिलने से राजनीतिक समीकरणों में हलचल भी देखी जा रही है।
विश्लेषकों के अनुसार, इस चुनाव में क्रॉस वोटिंग के संकेत विपक्षी सदस्यों की कुछ अनिश्चितताओं को उजागर करते हैं। एनडीए की ओर से इसे सशक्त जीत बताया जा रहा है, जबकि विपक्ष ने इसे अपने पूर्ण मतदान भागीदारी की सफलता के रूप में पेश किया।
संक्षेप में, सीपी राधाकृष्णन ने उपराष्ट्रपति चुनाव में प्रभावशाली जीत दर्ज की और अब वे भारत के 15वें उपराष्ट्रपति बन गए हैं। उनके निर्वाचित होने के साथ ही संसद में सत्ताधारी और विपक्षी दलों के बीच राजनीतिक गतिशीलता नई दिशा में आगे बढ़ रही है।