दिल्ली पुलिस ने अवैध हथियार तस्करी का किया भंडाफोड़, पकड़ी पहली कारतूस फैक्ट्री
दिल्ली: दिल्ली पुलिस की Cell Delhi टीम ने राजधानी के पास चल रहे एक बड़े हथियार तस्करी नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है। इंस्पेक्टर सुनील तेवतिया के नेतृत्व में की गई कार्रवाई में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर उनकी मुरादाबाद स्थित अवैध कारतूस बनाने वाली फैक्ट्री भी पकड़ी गई। छापे में भारी मात्रा में पिस्तौल-सामग्री और कारतूस बरामद हुए हैं, जिनसे अनुमानतः 1000 से अधिक कारतूसे बनाए जा सकते थे।
छापे की झलक
पुलिस के अनुसार, गाज़ीपुर फ्लाईओवर के नज़दीक एक संदिग्ध तस्कर को दबोचे जाने के बाद हुई पूछताछ में अभियान को महत्वपूर्ण सुराग मिले। पूछताछ में पहला आरोपी ने उत्तर प्रदेश के रामपुर में स्थित एक सहयोगी का नाम बताया। वहां से सूचना पाकर टीम ने मुरादाबाद में तीसरे आरोपी के ठिकाने पर छापा मारा।
बरामदगी का लेखा-जोखा
छापे में पुलिस ने निम्न सामग्री जब्त की:
7 पिस्तौल
210 जिंदा कारतूस
257 खाली कारतूस
354 गोलियों के लेड
350 गोली के खोल
हथियार बनाने में उपयोग की जाने वाली मशीनें और उपकरण
पुलिस ने बताया कि बरामद सामान की मात्रा और उपकरणों के आधार पर अनुमान है कि यहां से 1000 से अधिक कारतूस बनाए जा सकते थे।
गिरफ्तार आरोपी और कनेक्शन
पहला आरोपी — गाज़ीपुर से दबोचा गया (तस्कर)
दूसरा आरोपी — उत्तर प्रदेश के रामपुर से पकड़ा गया (सहयोगी/डीलर)
तीसरा आरोपी — मुरादाबाद से पकड़ा गया; उसी के ठिकाने पर कारतूस बनाने की फैक्ट्री मिली
इंस्पेक्टर सुनील तेवतिया ने बताया कि पूछताछ जारी है और गिरफ्तारियों से इस गिरोह के अन्य कनेक्शन सामने आने की संभावना है। उन्होंने कहा, “हम इस नेटवर्क के मुख्य सप्लायरों और वितरण चैनलों तक पहुंचने की तफ्तीश कर रहे हैं।”
आगे की कार्रवाई
पुलिस ने बरामद सामग्री को साक्ष्य के रूप में सीज कर लिया है और तीनों आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर न्यायिक रिमांड की मांग की जाएगी। जांच में तस्करी की आपस में जुड़े शाखाओं, हथियारों की सप्लाई लाइन और किसी भी संभावित आपराधिक कनेक्शन की तहकीकात की जा रही है।