आम आदमी पार्टी का ‘स्कूल बचाओ आंदोलन’: योगी सरकार पर बड़ा हमला, कहा – “मधुशाला नहीं, पाठशाला चाहिए”
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा हजारों सरकारी स्कूलों को बंद करने के आदेश के खिलाफ आम आदमी पार्टी ने मोर्चा खोल दिया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह के नेतृत्व में लखनऊ की सड़कों पर ज़ोरदार विरोध प्रदर्शन हुआ। इस आंदोलन का मुख्य नारा है — “मधुशाला नहीं, पाठशाला चाहिए”, जो शिक्षा के महत्व को रेखांकित करता है।
संजय सिंह ने भाजपा सरकार पर सीधा हमला बोलते हुए कहा, “जहां भाजपा सरकार बच्चों की शिक्षा व्यवस्था को तहस-नहस कर रही है, वहीं आम आदमी पार्टी हर बच्चे के भविष्य की रक्षा के लिए संघर्षरत है।”
उन्होंने सवाल उठाया कि जब शिक्षा एक मौलिक अधिकार है, तो फिर सरकार द्वारा स्कूल बंद करने जैसे फैसले कैसे लिए जा सकते हैं?
उत्तर प्रदेश में एक भी सरकारी स्कूल बंद नहीं होने देंगे।
शिक्षा बचाना पार्टी का सर्वोच्च उद्देश्य है।
सरकारी स्कूलों को आधुनिक और गुणवत्तापूर्ण बनाना AAP का लक्ष्य है।
AAP नेताओं और कार्यकर्ताओं का कहना है कि “जब तक शिक्षा सुरक्षित नहीं होगी, तब तक प्रदेश का भविष्य भी सुरक्षित नहीं हो सकता।” इसी सोच के साथ पार्टी ने #स्कूल_बचाओ_आंदोलन शुरू किया है, जिसमें व्यापक जनसमर्थन देखने को मिल रहा है।
इस विरोध प्रदर्शन में कई अभिभावक, शिक्षक, छात्र और सामाजिक कार्यकर्ता भी शामिल हुए। लोगों का मानना है कि सरकारी स्कूल गरीब और मध्यम वर्ग के बच्चों की रीढ़ हैं, जिन्हें बंद करना सामाजिक अन्याय के समान है।
पृष्ठभूमि में क्या है मामला?
हाल ही में उत्तर प्रदेश सरकार ने शिक्षकों की कमी और अधीनता में आ रहे स्कूलों का हवाला देते हुए सैकड़ों सरकारी विद्यालयों को बंद करने का निर्णय लिया है। इस निर्णय की चौतरफा आलोचना हो रही है।