RNI NO – DELHIN/2015/63701

DCP Liecens No: F-2(N-18)

DL(DG-11)/8084/2015-17

Sunday, 19 Oct 2025 , 7:52 pm

RNI NO - DELHIN/2015/63701 | DL(DG-11)/8084/2015-17

Home » देश » OperationSindoor: की सफलता के बाद ब्रह्मोस मिसाइल की अंतरराष्ट्रीय मांग में जबरदस्त उछाल

OperationSindoor: की सफलता के बाद ब्रह्मोस मिसाइल की अंतरराष्ट्रीय मांग में जबरदस्त उछाल

OperationSindoor: की सफलता के बाद ब्रह्मोस मिसाइल की अंतरराष्ट्रीय मांग में जबरदस्त उछाल

ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद ब्रह्मोस मिसाइल की अंतरराष्ट्रीय मांग में जबरदस्त उछाल

नई दिल्ली – हाल ही में सफलतापूर्वक सम्पन्न हुए “ऑपरेशन सिंदूर” में भारतीय सेना द्वारा ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल के प्रभावशाली प्रदर्शन ने वैश्विक मंच पर भारत की सैन्य ताकत और रक्षा तकनीक की आत्मनिर्भरता को मजबूती से स्थापित किया है। इस मिशन में ब्रह्मोस की अत्यंत सटीक निशानेबाज़ी और तेज़ रफ्तार ने न केवल दुश्मन के हौसले पस्त किए, बल्कि दुनिया भर के रणनीतिक विशेषज्ञों और मित्र देशों का ध्यान भी आकर्षित किया।

रक्षा सूत्रों के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर के बाद लगभग 14 से 15 देशों ने भारत से ब्रह्मोस मिसाइल की खरीद में रुचि दिखाई है। इन देशों में दक्षिण-पूर्व एशिया, मध्य एशिया और अफ्रीका के रणनीतिक रूप से अहम राष्ट्र शामिल हैं। भारत सरकार अब इन संभावित सौदों को लेकर सक्रिय रूप से बातचीत कर रही है।

ब्रह्मोस: आत्मनिर्भर भारत की सैन्य पहचान

रक्षा मंत्री ने इस उपलब्धि को ऐतिहासिक बताते हुए कहा, “ब्रह्मोस अब सिर्फ एक मिसाइल नहीं, बल्कि यह भारत के आत्मविश्वास और तकनीकी उत्कृष्टता का प्रतीक बन चुकी है।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि ब्रह्मोस की यह सफलता ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ पहल को वैश्विक मान्यता दिलाने की दिशा में एक निर्णायक कदम है।

वैश्विक सौदों से आर्थिक और रणनीतिक लाभ की उम्मीद

विशेषज्ञ मानते हैं कि यदि यह सौदे फलीभूत होते हैं तो भारत रक्षा निर्यात के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छू सकता है। इससे न केवल आर्थिक लाभ होगा, बल्कि भारत की रणनीतिक पहुँच भी वैश्विक स्तर पर मजबूत होगी। यह पहली बार नहीं है जब ब्रह्मोस ने अंतरराष्ट्रीय ध्यान आकर्षित किया हो, लेकिन ऑपरेशन सिंदूर के बाद इसमें जो तेजी आई है, वह अभूतपूर्व मानी जा रही है।

ब्रह्मोस: तकनीकी विशेषताएं और क्षमता

भारत-रूस की संयुक्त परियोजना के रूप में विकसित ब्रह्मोस मिसाइल दुनिया की सबसे तेज सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइलों में से एक है। यह ज़मीन, समुद्र और हवा – तीनों माध्यमों से मार कर सकती है, और इसकी रफ्तार लगभग Mach 2.8 से Mach 3.0 (आवाज़ की गति से तीन गुना) तक होती है। इसकी सटीकता, गति और लचीलापन इसे दुनिया की सबसे घातक रणनीतिक मिसाइलों में गिनाती है।

ऑपरेशन सिंदूर की सफलता ने सिर्फ एक सैन्य मिशन को पूरा नहीं किया, बल्कि भारत के रक्षा निर्यात को एक नया आयाम देने का मार्ग प्रशस्त किया है। ब्रह्मोस अब भारत की सैन्य और कूटनीतिक शक्ति का ‘ब्रांड एंबेसडर’ बनकर उभर रहा है।

नेशनल कैपिटल टाइम्स

संबंधित समाचार
Rudra ji