अमेरिका का बड़ा कदम: टैरिफ के बाद भारतीय व्यापारिक अधिकारियों के वीजा रद्द
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने के कुछ ही दिनों बाद अब भारत को एक और बड़ा झटका लगा है। गुरुवार को नई दिल्ली स्थित अमेरिकी दूतावास ने घोषणा की कि कुछ भारतीय व्यापारिक अधिकारियों और कॉर्पोरेट नेताओं के वीजा तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिए गए हैं।
अमेरिका की ओर से यह कदम फेंटेनाइल प्रीकर्सर (नशीला पदार्थ) की कथित तस्करी में उनकी संलिप्तता को लेकर उठाया गया है। अमेरिकी प्रशासन का कहना है कि ओपिऑइड संकट से जूझ रहे अमेरिका में इस तरह के रसायनों की अवैध आपूर्ति को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
आर्थिक और कूटनीतिक झटका
यह फैसला ऐसे समय में आया है जब भारत-अमेरिका व्यापारिक संबंध पहले से ही तनावपूर्ण दौर से गुजर रहे हैं। हाल ही में ट्रंप प्रशासन द्वारा 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने से भारतीय निर्यातकों और उद्योग जगत में गहरी चिंता थी। अब वीजा रद्द करने की कार्रवाई ने इस तनाव को और बढ़ा दिया है।
विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका का यह निर्णय भारत के कॉर्पोरेट जगत और व्यापारिक संबंधों पर नकारात्मक असर डाल सकता है। भारत से अमेरिका जाने वाले कई उच्चस्तरीय अधिकारियों और उद्योगपतियों को अब कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा।
भारत की प्रतिक्रिया का इंतजार
अभी तक भारत सरकार की ओर से इस पर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। हालांकि कूटनीतिक गलियारों में यह चर्चा तेज है कि यह कदम भारत-अमेरिका रिश्तों में खटास को और गहरा कर सकता है। विदेश मंत्रालय आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर अमेरिका से बातचीत कर सकता है।
क्या होगा असर?
अमेरिका भारत का एक बड़ा व्यापारिक साझेदार है और दोनों देशों के बीच अरबों डॉलर का कारोबार होता है। टैरिफ बढ़ोतरी और अब वीजा रद्द करने से न केवल व्यापारिक माहौल प्रभावित होगा, बल्कि द्विपक्षीय रिश्तों की गर्मजोशी पर भी असर पड़ सकता है।