सड़क पर थूका तो ₹1000, कुत्ते को पब्लिक प्लेस पर मलत्याग कराया तो ₹500 – वाराणसी में सफाई नियम तोड़े तो लगेगा जुर्माना!
वाराणसी में अब सड़कों और सार्वजनिक स्थानों पर गंदगी फैलाने वालों पर नगर निगम की सख्ती शुरू हो गई है। स्वच्छता मिशन को सफल बनाने और शहर को साफ-सुथरा रखने के लिए वाराणसी नगर निगम ने जुर्माने की नई सूची जारी की है। अब अगर किसी ने सड़क पर थूका, पेशाब या कचरा फेंका तो उस पर ₹250 से ₹5,000 तक का जुर्माना लगाया जाएगा।
नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि यह अभियान शहर की स्वच्छता व्यवस्था को मजबूत करने के लिए चलाया जा रहा है। बार-बार चेतावनी देने के बावजूद लोगों द्वारा गंदगी फैलाने की शिकायतें मिल रही थीं, इसलिए अब सीधे कार्रवाई की जाएगी।
जानिए किस गलती पर कितना जुर्माना लगेगा:
250 सड़क पर थूकना, पेशाब या शौच करना, या जानवरों के लिए खाना छोड़ना
500 खुली जगह, पार्क या मैदान में कचरा फैलाना
500 सड़क, फुटपाथ या डिवाइडर के पास कचरा डालना
500 अपने परिसर में 24 घंटे से ज़्यादा कचरा या मलबा रखना
500 पालतू कुत्ते को सार्वजनिक जगह पर मलत्याग कराना और साफ़ न करना
750 नदी, नाले या सीवर में गंदगी या पूजा सामग्री डालना
750 मछली, मुर्गा या मांस का अपशिष्ट फेंकना (प्रति माह)
1,000 चलते या खड़े वाहन से कूड़ा फेंकना या थूकना
1,000 खुले नाले या मैनहोल में कचरा डालना जिससे सीवर जाम हो
2,000 बिना ढके ट्रक या वाहन से कचरा या मलबा ले जाना
2,000 नगर निगम के वाहन या डिब्बे को नुकसान पहुँचाना
3,000 सड़क या नालियों के किनारे निर्माण मलबा फेंकना
3,000 नदी या नाले में मानव या पशु शवों का गलत निस्तारण
5,000 परिसर में पानी जमा होने देना या गंदगी फैलाना
5,000 व्यक्ति को सुरक्षा उपकरण के बिना नाला या टैंक साफ़ कराना
25 (प्रतिदिन) विक्रेताओं द्वारा कचरे को अलग-अलग (Segregate) न रखना
गोडौलिया से सिगरा तक सख्ती
नगर निगम ने बताया कि गोडौलिया, दशाश्वमेध घाट, लंका, भेलूपुर और सिगरा जैसे इलाकों में सख्ती से कार्रवाई की जाएगी। निरीक्षण टीमें नियमित रूप से भ्रमण करेंगी और मौके पर चालान काटेंगी। बार-बार गलती करने वालों पर केस दर्ज करने की भी तैयारी है।
नागरिकों से अपील
वाराणसी नगर निगम ने नागरिकों से अपील की है कि वे गंदगी न फैलाएं और अपने क्षेत्र को साफ-सुथरा रखें। स्वच्छता सिर्फ सरकार की नहीं, बल्कि हर नागरिक की जिम्मेदारी है। बनारस को स्वच्छ और आध्यात्मिक नगरी बनाए रखने के लिए सभी को सहयोग करना होगा।












