CM रेखा गुप्ता ने ‘मुख्यमंत्री जनसेवा सदन’ का किया उद्घाटन, कहा – “जनसेवा ही मेरा धर्म है”
नई दिल्ली, 4 जुलाई 2025:
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने आज राजधानी दिल्ली में ‘मुख्यमंत्री जनसेवा सदन’ का भव्य उद्घाटन वैदिक विधि-विधान के साथ किया। इस अवसर पर उन्होंने माँ भारती और दिल्लीवासियों के कल्याण के लिए पूर्ण श्रद्धा, समर्पण और संकल्प के साथ पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद प्राप्त किया।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में स्पष्ट रूप से कहा, “जनसेवा ही मेरे जीवन का धर्म है और दिल्ली की जनता का कल्याण ही मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता है।” उन्होंने यह भी कहा कि ‘मुख्यमंत्री जनसेवा सदन’ केवल एक भवन नहीं, बल्कि दिल्ली की आत्मा की आवाज़ होगा।

जनता और सरकार के बीच बनेगा सीधा संवाद का सेतु
मुख्यमंत्री गुप्ता ने बताया कि यह सदन दिल्ली के हर गली, हर मोहल्ले, हर वर्ग और हर व्यक्ति की चिंता, आशा, सुझाव और समस्याओं का समाधान केंद्र बनेगा।
“अब जनता की हर आवाज़ सीधे सरकार तक पहुँचेगी – यहीं से, इसी सदन से।”
जनभागीदारी और पारदर्शिता को मिलेगा नया मंच
मुख्यमंत्री ने इस सदन को जनभागीदारी, पारदर्शिता और उत्तरदायित्व की परंपरा का विस्तार बताया। उन्होंने कहा, “इस भवन की नींव दिल्लीवासियों के विश्वास पर रखी गई है। यही विश्वास इसे जनकल्याण की नई ऊँचाइयों तक ले जाएगा।”
मुख्यमंत्री का जनता से आह्वान
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने दिल्लीवासियों से इस पहल में भाग लेने का आह्वान करते हुए कहा, “आइए, इस सदन को सेवा, समाधान और समर्पण का प्रतीक बनाएं। यहाँ से उठी हर आवाज़ को उत्तर मिले, हर शिकायत को समाधान, और हर नागरिक को सम्मान प्राप्त हो।”
उन्होंने आगे कहा, “इस नयी जनसेवा यात्रा में हम सभी एक साथ कदम से कदम मिलाकर चलें। हर उम्मीद के साथ, हर संघर्ष के बीच, हर दिल्लीवाले के साथ। यही हमारा संकल्प है, यही हमारी पहचान है।”
जनसेवा सदन से क्या बदलेगा?
जनता अब अपनी समस्याएं, सुझाव और शिकायतें सीधे ‘मुख्यमंत्री जनसेवा सदन’ में दर्ज करा सकेगी।
समाधान की प्रक्रिया तेज होगी और पारदर्शिता बढ़ेगी।
सरकार और जनता के बीच संवाद और विश्वास को नई मजबूती मिलेगी।
सदन के माध्यम से आम लोगों की भागीदारी को बढ़ावा मिलेगा।
इस उद्घाटन के साथ दिल्ली में प्रशासनिक और जनसेवा की एक नयी शुरुआत मानी जा रही है, जिससे आने वाले समय में राजधानी के नागरिकों को अपनी समस्याओं के त्वरित समाधान की उम्मीद है।