दिल्ली सचिवालय में खुलीं शिकायत पेटियाँ: नागरिकों की समस्याओं पर त्वरित और पारदर्शी कार्रवाई का संकल्प
दिल्ली सचिवालय में उत्तर पश्चिम, दक्षिण पूर्व, उत्तर पूर्व, पूर्व, पश्चिम, दक्षिण और दक्षिण पश्चिम – इन सात जिलों के डीएम कार्यालयों में स्थापित कुल 42 सुझाव एवं शिकायत पेटियाँ खोली गईं। इन पेटियों में प्राप्त नागरिकों की शिकायतों और सुझावों का संज्ञान लिया गया, ताकि जनता की समस्याओं का समाधान समयबद्ध और प्रभावी तरीके से किया जा सके।
दिल्ली सरकार ने स्पष्ट किया है कि इन शिकायतों और सुझावों की नियमित समीक्षा मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा स्वयं की जाएगी। सरकार का उद्देश्य है कि किसी भी शिकायत की अनदेखी न हो और प्रत्येक मुद्दे का समाधान पारदर्शी और ठोस रूप से किया जाए।
गौरतलब है कि डीएम कार्यालयों में सुझाव एवं शिकायत पेटी की यह व्यवस्था एक माह पूर्व शुरू की गई थी। सरकार ने कहा कि मुख्यमंत्री स्वयं इन शिकायतों और सुझावों को पढ़ रही हैं और आगे भी पढ़ती रहेंगी। दिल्ली सरकार का यह कदम नागरिकों की भागीदारी को केवल लोकतांत्रिक औपचारिकता न मानते हुए इसे उत्तरदायित्व और पारदर्शिता का प्रतीक बना रहा है।
मुख्यमंत्री कार्यालय ने स्पष्ट संदेश दिया है कि किसी भी विभाग में लंबित शिकायतें स्वीकार्य नहीं हैं। यही डबल इंजन सरकार की कार्य-संस्कृति है, जहाँ नीतियाँ जन-मन से निकलती हैं और जनहित में साकार होती हैं।