लालबागचा राजा में VIP कल्चर पर बवाल, मानवाधिकार आयोग में शिकायत
मुंबई के मशहूर लालबागचा राजा गणपति पंडाल में इस बार VIP और गैर-VIP दर्शन व्यवस्था को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। आम श्रद्धालुओं का आरोप है कि जहां उन्हें भगवान गणपति के दर्शन के लिए लगातार 36 से 48 घंटे तक लाइन में खड़े रहना पड़ा, वहीं वीआईपी और विशेष अतिथियों को बिना इंतजार सीधे दर्शन की अनुमति दी गई।
श्रद्धालुओं ने इस कथित भेदभाव और अमानवीय व्यवहार को लेकर मानवाधिकार आयोग में शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में पुलिस और प्रशासन पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने वीआईपी दर्शन के लिए विशेष इंतजाम किए और आम भक्तों की सुविधाओं की अनदेखी की।
शिकायत में उठाए गए मुख्य मुद्दे
आम भक्तों के साथ भेदभाव और असमानता
पुलिस व प्रशासन द्वारा वीआईपी व्यवस्था को बढ़ावा देना
सुरक्षा और व्यवस्था में आम भक्तों की उपेक्षा
भविष्य में समान अवसर और स्पष्ट नियम लागू करने की मांग
भक्तों का कहना है कि भगवान गणपति के दर्शन में किसी भी तरह का भेदभाव अस्वीकार्य है और हर व्यक्ति को समान अधिकार मिलना चाहिए।
सोशल मीडिया पर आक्रोश
यह मुद्दा सोशल मीडिया पर भी तेजी से चर्चा में है। कई लोग इसे धार्मिक आयोजनों में पनप रहे VIP कल्चर की कड़वी हकीकत बता रहे हैं और प्रशासन से पारदर्शी व्यवस्था बनाने की मांग कर रहे हैं।
प्रशासन की चुप्पी
अब तक प्रशासन या लालबागचा राजा मंडल की ओर से इस विवाद पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि भक्तों की मांग है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए स्पष्ट दिशा-निर्देश और नियम बनाए जाएं, ताकि किसी भी श्रद्धालु के साथ भेदभाव न हो।