Places To Visit In Monsoon: भारत में मानसून सिर्फ एक मौसम नहीं होता, ये एक अहसास होता है. जब पहली बारिश की बूंदें गिरती हैं, तो पहाड़ और जंगल कोहरे की चादर में लिपट जाते हैं. जिसके बाद तपती जमीन भी हरियाली से ढक जाती है. हालांकि कहीं-कहीं लैंडस्लाइड और पानी भरने की वजह से सफर मुश्किल हो सकता है, लेकिन कुछ जगहें ऐसी होती हैं, जहां बारिश (Barish Me Kahan Ghumne Jayen) हर चीज को और भी सुंदर बना देती है. इस मौसम में अगर आपको नेचर, फोटोग्राफी या बारिश की रिमझिम पसंद है, तो ये 7 जगहें आपके लिए बेस्ट हैं. जो खूबसूरत भी हैं और यहां पहुंचना भी आसान है.
मानसून वेकेशन के लिए 7 बेस्ट प्लेस (7 Best Places To Go This Monsoon)
1. अलेप्पी (केरल)
अलेप्पी को ‘पूर्व का वेनिस’ भी माना जाता है। बारिश में यहां का बैकवॉटर, हाउसबोट और नारियल के पेड़ों से घिरा गांव बेहद शांत और सुकूनदायक प्रतीत होता है।
घूमने के स्थान – अलेप्पी बैकवाटर, अलेप्पी किनारा, कृष्णपुरम महल और अम्बालापुझा श्रीकृष्ण मंदिर।
कैसे जाएं – सबसे निकटवर्ती हवाई अड्डा कोचीन इंटरनेशनल एयरपोर्ट (लगभग 75–85 किमी). वहां से अलेप्पी पहुँचने के लिए टैक्सी, बस या ट्रेन का उपयोग किया जा सकता है।
2. कूर्ग (कर्नाटक)
बारिश के मौसम में कूर्ग का नजारा ही अलग होता है. कॉफी के बागान, झरने और हरियाली से ढकी पहाड़ियां मन मोह लेती हैं.
घूमने की जगहें- एबी फॉल्स, राजा की सीट, मदिकेरी किला, गोल्डन टेम्पल (नामड्रोलिंग मठ), डुबारे एलिफेंट कैंप.
कैसे पहुंचे- नजदीकी एयरपोर्ट मैंगलोर, मैसूर और बेंगलुरु हैं. कूर्ग में रेलवे स्टेशन नहीं है लेकिन रोड के जरिए यहां अच्छे से पहुंचा जा सकता है.
3. मुन्नार (केरल)
घुमने के स्थल- मट्टुपेट्टी डेम और झील, कुंडाला झील, एराविकुलम राष्ट्रीय उद्यान, टॉप स्टेशन, अट्टुकल जलप्रपात।
कैसे आएं- कोचीन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा सबसे करीब है। इसके अलावा मदुरै और कोयंबटूर हवाई अड्डे भी चुनने के लिए हैं.
4. चेरापूंजी (मेघालय)
दुनिया की सबसे ज्यादा बारिश वाली जगहों में शामिल चेरापूंजी मानसून में एक हरा-भरा स्वर्ग ही बना नजर आता है.
घूमने की जगहें – नोहकालीकाई फॉल्स, मास्माई गुफा, डबल डेकर लिविंग रूट ब्रिज, सेवन सिस्टर्स वॉटरफॉल.
कैसे पहुंचे – गुवाहाटी एयरपोर्ट से टैक्सी या बस से चेरापूंजी पहुंच सकते हैं.
5. शिलॉन्ग (मेघालय)
पर्यटन स्थल – उमियम झील, हाथी जलप्रपात, शिलॉन्ग चोटी, वॉर्ड्स झील।
कैसे जाएं – शिलॉन्ग एयरपोर्ट पास में है लेकिन उड़ानें कम हैं. गुवाहाटी एयरपोर्ट (लगभग 120 किमी की दूरी पर) एक अच्छा विकल्प है।
6. स्पीति वैली (हिमाचल प्रदेश)
स्पीति एक ड्राय रीजन है, यानी यहां मानसून में ज्यादा बारिश नहीं होती, इसलिए ये एक सेफ ऑप्शन है. एडवेंचर और पहाड़ों का शौक रखने वालों के लिए ये एक परफेक्ट जगह है.
घूमने की जगहें- की मोनेस्ट्री, टाबो मोनेस्ट्री, धनकर मोनेस्ट्री, चंद्रताल झील, पिन वैली नेशनल पार्क, काजा, किब्बर गांव और कुंजुम पास.
कैसे पहुंचे- शिमला या मनाली से टैक्सी या बस लेकर पहुंचा जा सकता है.
7. लद्दाख
उत्तर भारत में स्थित लद्दाख भी बारिश से ज्यादा प्रभावित नहीं होता क्योंकि ये भी रेन शैडो जोन में आता है. गर्मियों में जब बाकी जगहों पर तेज बारिश होती है. तब लद्दाख एक पीसफुल और सुंदर ऑप्शन बन जाता है.
घूमने की जगहें- पैंगोंग झील, नुब्रा वैली, लेह पैलेस, थिकसे मोनेस्ट्री, शांति स्तूप और खारदुंग ला पास जो दुनिया की सबसे ऊंची ड्राइविंग रोड में से एक है.
कैसे पहुंचे – लेह एयरपोर्ट तक फ्लाइट लें. आप श्रीनगर या मनाली से रोड ट्रिप भी कर सकते हैं.