सावन शिवरात्रि से पहले आस्था का चरम: हरिद्वार में अब तक 4 करोड़ कांवड़िए भर चुके हैं गंगाजल, यात्रा अंतिम चरण में
हरिद्वार, 22 जुलाई 2025 —
सावन का पवित्र महीना और शिवरात्रि की महाशक्ति अब बस कुछ ही घंटों दूर है। ऐसे में हरिद्वार में आस्था और श्रद्धा का सैलाब उमड़ पड़ा है। 23 जुलाई को मनाई जाने वाली सावन शिवरात्रि से पहले कांवड़ मेला 2025 अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है। शिवभक्तों की भक्ति और उत्साह अपने चरम पर है।
4 करोड़ कांवड़ियों ने भरा गंगाजल
हरिद्वार प्रशासन और पुलिस के अनुसार, इस वर्ष कांवड़ यात्रा में अब तक रिकॉर्ड 4 करोड़ से अधिक श्रद्धालु गंगाजल भर चुके हैं। यह अब तक की सबसे बड़ी कांवड़ यात्रा मानी जा रही है।
अकेले 21 जुलाई को 5.5 लाख से अधिक कांवड़िए हरकी पौड़ी और अन्य घाटों से जल लेकर रवाना हुए।
डाक कांवड़ की संख्या में भी भारी वृद्धि दर्ज की गई है, जिससे NH-58 और NH-334 पर निरंतर भीड़ देखी जा रही है।
शिवरात्रि से पहले मंदिरों में तैयारियां पूरी
हरिद्वार और ऋषिकेश के प्रमुख शिव मंदिरों में शिवरात्रि के जलाभिषेक की तैयारियां पूर्ण हो चुकी हैं।
नीलकंठ महादेव मंदिर, दक्षेश्वर महादेव, और अन्य शिवालयों को भव्य रूप से सजाया गया है।
पुजारी वर्ग विशेष पूजन और रुद्राभिषेक की व्यवस्था में जुटे हुए हैं।
सावन शिवरात्रि से पहले हरिद्वार में 4 करोड़ से अधिक शिवभक्तों की उपस्थिति ने यह स्पष्ट कर दिया है कि यह यात्रा केवल एक धार्मिक परंपरा नहीं, बल्कि भारत की आस्था और एकता का प्रतीक है। भक्तों का अनुशासन, प्रशासन की तत्परता और माहौल की भक्ति—सब मिलकर 2025 की कांवड़ यात्रा को सफल यात्राओं में स्थान दिला रहे हैं।