दिल्ली में बढ़ेगी हरियाली: दक्षिणी रिज क्षेत्र को मिला ‘आरक्षित वन’ का दर्जा
दिल्ली को प्रदूषण से बचाने और पर्यावरणीय संतुलन को सशक्त करने की दिशा में दिल्ली सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। सरकार ने दक्षिणी रिज के 41 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को ‘आरक्षित वन’ (Reserved Forest) घोषित किया है। इस निर्णय के बाद दिल्ली के हरित क्षेत्र में उल्लेखनीय विस्तार होगा और राजधानी की वायु गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद है।
सरकार का कहना है कि यह फैसला “ग्रीन एंड सस्टेनेबल दिल्ली” (Green & Sustainable Delhi) के विज़न के तहत लिया गया है। दक्षिणी रिज न केवल दिल्ली का पर्यावरणीय फेफड़ा है, बल्कि यहां जैव विविधता का भी समृद्ध भंडार मौजूद है। इसे आरक्षित वन का दर्जा मिलने के बाद इस इलाके में किसी भी तरह की निर्माण गतिविधि या भूमि उपयोग में परिवर्तन पर रोक लग जाएगी।
पर्यावरण विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम दिल्ली को भविष्य में आने वाले पर्यावरणीय संकटों से बचाने में मदद करेगा। दक्षिणी रिज में पौधों, पक्षियों और छोटे जीव-जंतुओं की कई प्रजातियाँ निवास करती हैं। यह क्षेत्र शहर के तापमान को नियंत्रित करने, कार्बन अवशोषण बढ़ाने और बारिश के पानी के संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
दिल्ली सरकार के अनुसार, आरक्षित वन क्षेत्र में और भी वृक्षारोपण अभियान चलाए जाएंगे ताकि इसे एक “इको-रीस्टोरेशन ज़ोन” के रूप में विकसित किया जा सके। साथ ही स्थानीय निवासियों और पर्यावरण संगठनों को संरक्षण कार्यों में शामिल करने की योजना भी बनाई जा रही है।
इस निर्णय से राजधानी दिल्ली को न केवल हरित विस्तार मिलेगा बल्कि स्वच्छ हवा और टिकाऊ विकास की दिशा में यह एक मजबूत कदम माना जा रहा है।