लंदन में ऐतिहासिक शिखर भेंट: पीएम मोदी और ब्रिटिश पीएम कीयर स्टारमर ने CETA, रक्षा, जलवायु और वैश्विक मुद्दों पर की व्यापक चर्चा
स्थान: Chequers Estate, लंदन
तारीख: 24 जुलाई 2025
भारत और ब्रिटेन के बीच द्विपक्षीय संबंधों को नई दिशा देने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीयर स्टारमर से लंदन के ऐतिहासिक Chequers Estate में मुलाकात की। यह भेंट दोनों देशों के बीच बहुप्रतीक्षित Comprehensive Strategic Partnership की समीक्षा और India–UK Vision 2035 के तहत संबंधों को गति देने का महत्वपूर्ण अवसर रही।
आर्थिक समझौते (CETA) पर केंद्रित बातचीत
भारत और ब्रिटेन के बीच चल रही Comprehensive Economic and Trade Agreement (CETA) की वार्ताएं अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच रही हैं। दोनों नेताओं ने इस समझौते को जल्द अंतिम रूप देने पर सहमति जताई, जिससे भारतीय उत्पादों को यूके बाजार में लगभग 99% ड्यूटी-फ्री एक्सेस मिलेगा। यह भारत के किसानों, MSMEs और उद्योग जगत के लिए बड़ा अवसर माना जा रहा है।
तकनीकी और सुरक्षा सहयोग
भविष्य की टेक्नोलॉजी और डिजिटल सिक्योरिटी के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने हेतु Technology Security Initiative पर चर्चा की गई। दोनों देशों ने साइबर सुरक्षा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डिफेंस टेक्नोलॉजी में संयुक्त अनुसंधान और निर्माण को लेकर साझेदारी बढ़ाने का संकल्प लिया।

रक्षा और सामरिक सहयोग
भारत और ब्रिटेन ने सामरिक भागीदारी को और मजबूत करने की मंशा जाहिर की। रक्षा उत्पादन, संयुक्त सैन्य अभ्यास, और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में साझा रणनीतिक हितों पर चर्चा हुई। इस सहयोग का उद्देश्य वैश्विक शांति और स्थायित्व सुनिश्चित करना है।
जलवायु, ऊर्जा और शिक्षा पर जोर
ऊर्जा और जलवायु परिवर्तन के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देने पर सहमति बनी। भारत की हरित ऊर्जा क्रांति और ब्रिटेन की क्लाइमेट टेक्नोलॉजी के बीच तालमेल की संभावनाएं तलाशी गईं।
शिक्षा के क्षेत्र में स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम, रिसर्च फेलोशिप और डिजिटल स्किल डेवलपमेंट जैसे मुद्दों पर भी सहमति बनी।
लोगों से लोगों का जुड़ाव
दोनों प्रधानमंत्रियों ने इस बात पर ज़ोर दिया कि भारत और ब्रिटेन के नागरिकों के बीच सांस्कृतिक और सामाजिक जुड़ाव, दोनों देशों के रिश्तों को जमीनी मजबूती प्रदान करते हैं। भारतीय डायस्पोरा की भूमिका को भी सराहा गया, जो दोनों देशों के बीच सेतु का काम कर रही है।
वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर साझा दृष्टिकोण
इस उच्च स्तरीय वार्ता में वैश्विक स्थिरता, आतंकवाद से लड़ाई, रूस-यूक्रेन संकट, चीन की आक्रामक नीतियों और हिंद-प्रशांत क्षेत्र की भू-राजनीतिक स्थिति पर भी गंभीर चर्चा हुई। दोनों देशों ने रूल-बेस्ड इंटरनेशनल ऑर्डर को बनाए रखने पर सहमति जताई।
प्रधानमंत्री मोदी का बयान
“भारत और ब्रिटेन के रिश्ते साझा मूल्यों और लोकतांत्रिक सिद्धांतों पर आधारित हैं। Vision 2035 के तहत हम आर्थिक, तकनीकी और वैश्विक नेतृत्व में साथ आगे बढ़ेंगे।”
ब्रिटिश पीएम कीयर स्टारमर का बयान
“भारत विश्व का भरोसेमंद भागीदार है। दोनों देशों के बीच रणनीतिक संबंधों को नई ऊंचाई देने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं।”

यह शिखर वार्ता भारत-ब्रिटेन संबंधों में एक नया अध्याय लिखने जा रही है। Vision 2035 की रोशनी में, दोनों देश आने वाले वर्षों में वैश्विक आर्थिक, सामरिक और जलवायु नेतृत्व में साझेदार बनने को तैयार दिखते हैं।