अनंगपुर गांव को बचाने की लड़ाई में आम आदमी पार्टी उतरी मैदान में, सौरभ भारद्वाज ने संभाला नेतृत्व
गुरुग्राम/फरीदाबाद | संवाददाता
हरियाणा के ऐतिहासिक अनंगपुर गांव को बचाने की लड़ाई अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच गई है। शनिवार को गांव में हुई महापंचायत में हजारों की संख्या में ग्रामीणों ने भाग लिया और सरकार की बुलडोज़र नीति के खिलाफ एकजुटता दिखाई। इस संघर्ष को मजबूती तब मिली जब आम आदमी पार्टी दिल्ली के संयोजक और मंत्री सौरभ भारद्वाज के नेतृत्व में AAP का प्रतिनिधिमंडल ग्रामीणों के समर्थन में वहां पहुंचा।
सौरभ भारद्वाज ने मंच से संबोधित करते हुए कहा –
“अनंगपुर सिर्फ ज़मीन का टुकड़ा नहीं, बल्कि हमारी सभ्यता और इतिहास का प्रमाण है। अगर सरकार ने ज़बरदस्ती की तो हम हर मंच पर आवाज़ उठाएंगे – विधानसभा से लेकर संसद तक।”
क्या है पूरा मामला?
गौरतलब है कि हरियाणा सरकार अनंगपुर क्षेत्र में कुछ परियोजनाओं के लिए भूमि अधिग्रहण की तैयारी कर रही है, जिसके तहत गांव के पुराने मकान और खेत बुलडोज़र की ज़द में आ सकते हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि ये काम बिना उचित मुआवजा और सहमति के किया जा रहा है, जिससे उनकी पुश्तैनी ज़मीन और संस्कृति पर खतरा मंडरा रहा है।
AAP का प्रतिनिधिमंडल और बयान
AAP की ओर से इस महापंचायत में कई प्रमुख नेता शामिल हुए। उन्होंने सरकार की नीति को जनविरोधी करार देते हुए चेतावनी दी कि अगर ज़बरदस्ती की गई तो पार्टी सड़कों पर उतरने से पीछे नहीं हटेगी।
सौरभ भारद्वाज ने यह भी कहा:
“अब बुलडोज़र नहीं, संविधान चलेगा। हम हर किसान, हर ग्रामीण के साथ खड़े हैं।”
ग्रामीणों की आवाज़
गांव के बुजुर्गों और युवाओं ने एक सुर में कहा कि वे अपनी जमीन किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ेंगे। महिलाओं ने पारंपरिक तरीके से महापंचायत में हिस्सा लिया और सरकार के खिलाफ नारे लगाए।
अनंगपुर गांव अब सिर्फ एक जमीन का मामला नहीं रहा, यह एक जनांदोलन का रूप ले चुका है। आम आदमी पार्टी का साथ मिलना ग्रामीणों को राजनीतिक और नैतिक समर्थन दे रहा है। अब देखना यह है कि हरियाणा सरकार इस को किस तरह जवाब देती है।