2010 में चाचा की मौत के बाद अपराध की दुनिया में शामिल हुआ था राकेश।
राकेश ने अपने चाचा की हत्या के बाद 2010 में अपराध की दुनिया में प्रवेश किया बदला लेने के उद्देश्य से। इसके बाद उसका अपराधी सफर रुका नहीं. 2014 में अपने साले विनोद की हत्या का प्रतिशोध लेने के लिए वह infamous अपराधी दीपक उर्फ भांजा के पीछे लग गया. इस दुश्मनी ने अनेक लोगों की जानें लीं। 2017 में अदालत के परिसर में राकेश पर एक जानलेवा हमला हुआ, जिसमें उसे सिर, पीठ और दोनों हाथों में गोलियां लगीं, लेकिन वह बच गया।
2023 में राकेश ने दिल्ली में गैंग का पुनर्जीवन करने की कोशिश की, लेकिन स्पेशल सेल ने उसे पकड़ लिया। 2024 में पैरोल पर छूटने के बाद, फरवरी 2025 में राकेश ने हरियाणा के मुरथल में वीर ढाबे पर दीपक उर्फ भांजा का हत्या कर दिया और तब से वह फरार है। राकेश पर 16 से अधिक गंभीर आपराधिक मामले लगे हुए हैं, जिनमें हत्या, हत्या का प्रयास, रंगदारी, हमला, और अवैध हथियार जैसे गंभीर मामले शामिल हैं। इनमें से कुछ मुख्य मामले
पूछताछ से दिल्ली-हरियाणा के कई अपराधों के राज उजागर होंगे।
राकेश जिसे पम्पू भी कहते हैं, दिल्ली में अपनी गैंग को फिर से स्थापित करने की कोशिश कर रहा था, जो राजधानी की कानून व्यवस्था के लिए एक गंभीर खतरा बन सकता था। दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने समय पर कार्रवाई करते हुए एक विशाल आपराधिक योजना को विफल कर दिया है। इस गिरफ्तारी के साथ पुलिस को उम्मीद है कि हरियाणा और दिल्ली में हुई कई पुरानी वारदातों के संबंध सामने आ सकते हैं, और कुछ महत्वपूर्ण सुराग मिल सकते हैं।
जींद में फिरौती और लूट के आरोपी को हथियार के साथ दबोचा
दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल (साउथ वेस्टर्न रेंज) ने एक अहम ऑपरेशन में हरियाणा के जींद के नारवाना इलाके में हुई बड़ी लूट और फिरौती के केस में वांछित चल रहे आरोपी नसीब को गिरफ्तार कर लिया है. उसके पास से एक बरेटा पिस्टल, तीन जिंदा कारतूस और वारदात में इस्तेमाल की गई स्कूटी बरामद हुई है. 13 जून 2025 की रात करीब 8:50 बजे, नारवाना (जिला जिन्द, हरियाणा) के चौपड़ा पट्टी इलाके में एक किराना दुकानदार के पास चार बदमाश पहुंचे. इनमें से दो स्कूटी पर और दो बाइक पर सवार थे.
जींद में दुकानदार से मांगी थी 50 लाख की रंगदारी
बदमाशों ने दुकान के अंदर घुसते ही दुकानदार से ₹50 लाख की फिरौती मांगी. जब दुकानदार ने इनकार किया तो बदमाशों ने उसे पेट में गोली मार दी और कैश काउंटर की चाबी छीनकर ₹2.5 लाख लूट लिए. जाते-जाते धमकी दी कि कल वापस आएंगे, ₹50 लाख तैयार रखना. घायल दुकानदार का इलाज जारी है. मामले में नारवाना सिटी थाने में FIR दर्ज हुई थी.
नसीब के पास से पिस्तौल, गोलियां भी बरामद।
स्पेशल सेल के इंस्पेक्टर संदीप डाबास को 21 जून को सूचना मिली कि इस घटनाक्रम में शामिल एक आरोपी खांडा चौक, चंदर विहार, विकासपुरी (दिल्ली) के निकट आने वाला है। पुलिस टीम ने तुरंत जाल तैयार किया और लगभग शाम 5 बजे एक संदिग्ध को वहां आता हुआ देखा। पुलिस ने तुरंत आरोपी को पहचान कर पकड़ लिया। तलाशी के दौरान उसके पास से एक बरेटा पिस्टल, तीन जीवित कारतूस और वही स्कूटी मिली, जिससे वह घटना के बाद भागा था.
नसीब जल्दी पैसे कमाने के लिए अपराध की दुनिया में शामिल हुआ था।
नसीब एक आर्थिक रूप से कमजोर परिवार से है और जल्दी पैसे कमाने के लालच में दिल्ली-हरियाणा के आपराधिक समूहों से जुड़ गया। अब वह किसी आपराधिक मामले में पहली बार गिरफ्तार हुआ है. पुलिस ने बताया कि आरोपी नसीब के अन्य सहयोगियों की खोज जारी है और उसकी जांच के दौरान और महत्वपूर्ण révélations की उम्मीद की जा रही है। इस गिरफ्तारी से हरियाणा और दिल्ली के बीच चल रहे गैंग नेटवर्क के कई आयाम उजागर हो सकते हैं।