शहीद उधम सिंह के शहादत दिवस पर सुनाम पहुंचे केजरीवाल और भगवंत मान, दी श्रद्धांजलि
पंजाब के वीर सपूत और स्वतंत्रता संग्राम के महानायक शहीद उधम सिंह के शहादत दिवस के अवसर पर आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ उनके पैतृक नगर सुनाम पहुंचे। दोनों नेताओं ने शहीद उधम सिंह स्मारक संग्रहालय में जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके बलिदान को नमन किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा, “उधम सिंह जैसे सच्चे देशभक्तों के बलिदान की बदौलत आज हम स्वतंत्र भारत में सांस ले पा रहे हैं। हमें उनके आदर्शों और त्याग से प्रेरणा लेकर राष्ट्र के लिए काम करना चाहिए।”
अरविंद केजरीवाल ने भी अपने संबोधन में कहा कि उधम सिंह का साहस और न्याय के प्रति उनकी निष्ठा आज भी युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत है। उन्होंने कहा, “शहीदों को केवल याद करना ही नहीं, बल्कि उनके दिखाए रास्ते पर चलना ही सच्ची श्रद्धांजलि है।”
कौन थे शहीद उधम सिंह?
शहीद उधम सिंह का जन्म 26 दिसंबर 1899 को पंजाब के सुनाम गांव में हुआ था। वे गदर पार्टी से जुड़े और स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय रहे। 13 अप्रैल 1919 को हुए जलियांवाला बाग हत्याकांड ने उनके जीवन को पूरी तरह बदल दिया। इस नरसंहार का जिम्मेदार जनरल डायर और तत्कालीन पंजाब के उपराज्यपाल माइकल ओ’ड्वायर को मानते हुए, उधम सिंह ने वर्षों तक बदला लेने का संकल्प लिया।
उन्होंने 13 मार्च 1940 को लंदन में माइकल ओ’ड्वायर को गोली मार दी। गिरफ्तारी के बाद उन्होंने अपने नाम के आगे ‘राम मोहम्मद सिंह आज़ाद’ लिखवाया — जो यह दर्शाता था कि भारत में सभी धर्मों के लोग एक साथ स्वतंत्रता की लड़ाई लड़ रहे हैं। 31 जुलाई 1940 को उन्हें लंदन में फांसी दे दी गई।

इस अवसर पर बड़ी संख्या में आमजन और पार्टी कार्यकर्ता भी मौजूद रहे, जिन्होंने संग्रहालय परिसर में पुष्पांजलि अर्पित कर शहीद को नमन किया।