सड़क किनारे लगे माइलस्टोन क्यों होते हैं खास? जानिए इनके रंगों का छुपा राज
नई दिल्ली,
अगर आप सड़क यात्रा करते हैं तो आपने अक्सर देखा होगा – सड़क किनारे कुछ दूरी पर लगे पत्थर, जिन पर किसी शहर का नाम और उससे दूरी लिखी होती है। ये छोटे-से पत्थर, जिन्हें हम माइलस्टोन या मील के पत्थर कहते हैं, यात्रा में दिशा और दूरी की जानकारी देने का अहम काम करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन पत्थरों के रंगों का भी एक खास मतलब होता है?

भारत में सड़क नेटवर्क को उसकी अहमियत और प्रशासनिक जिम्मेदारी के आधार पर अलग-अलग श्रेणियों में बांटा गया है, और उसी के अनुसार इन माइलस्टोन का रंग तय किया जाता है। आइए समझते हैं कि कौन-सा रंग किस सड़क को दर्शाता है:
पीला और सफेद: राष्ट्रीय राजमार्ग (National Highway)
यदि माइलस्टोन का रंग ऊपर पीला और नीचे सफेद है, तो आप नेशनल हाईवे पर हैं। ये सड़कें देश के एक राज्य को दूसरे राज्य से जोड़ती हैं और इनकी देखरेख भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) करता है। उदाहरण: NH-44 जो कश्मीर से कन्याकुमारी तक जाता है।

हरा और सफेद: राज्य राजमार्ग (State Highway)
इस रंग का माइलस्टोन यह संकेत देता है कि आप राज्य सरकार द्वारा संचालित स्टेट हाईवे पर हैं। ये सड़कें राज्य के भीतर प्रमुख शहरों और जिलों को जोड़ती हैं।

काला या नीला और सफेद: जिला या नगरीय सड़कें
अगर माइलस्टोन पर सफेद पृष्ठभूमि पर काले या नीले अक्षर हैं, तो यह किसी जिले या नगर निगम की सीमा में आने वाली सड़क है। इनकी जिम्मेदारी स्थानीय निकायों की होती है।

नारंगी: प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना
यह रंग उन ग्रामीण सड़कों के माइलस्टोन पर होता है जो प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY) के अंतर्गत बनी होती हैं और गांवों को मुख्य मार्गों से जोड़ती हैं।

माइलस्टोन का महत्व
दूरी और दिशा का संकेत: हर माइलस्टोन पर अगले शहर या कस्बे की दूरी (किमी में) लिखी होती है।
आपातकाल में सहायक: लोकेशन बताने में माइलस्टोन नंबर अहम भूमिका निभाते हैं।
प्रशासन के लिए: सड़क की मरम्मत, निगरानी और विकास के लिए जरूरी पहचान देते हैं।
GPS के बिना मार्गदर्शन: ग्रामीण इलाकों में दिशा जानने का सबसे आसान तरीका।
क्या आप जानते हैं?
भारत में हर 1 किमी पर माइलस्टोन लगाना अनिवार्य है।
सबसे लंबा राष्ट्रीय राजमार्ग NH-44 है, जिसकी लंबाई 3700 किमी से अधिक है।
कुछ आधुनिक माइलस्टोन पर अब QR कोड भी लगाए जा रहे हैं, जिन्हें स्कैन करके रोड मैप या इमरजेंसी जानकारी पाई जा सकती है।
👉 अगली बार जब आप सड़क पर हों, तो इन माइलस्टोन को सिर्फ पत्थर समझकर न गुजरें – ये सफर के साथी हैं जो हर मोड़ पर आपकी मंज़िल का रास्ता दिखाते हैं।
रिपोर्ट : नेशनल कैपिटल टाइम्स