मोहन भागवत ने दोहराया ‘अखंड भारत’ का संकल्प, कहा – भारत का एक कमरा अब भी कब्जे में है
नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत ने एक कार्यक्रम के दौरान अखंड भारत के संकल्प को दोहराते हुए पड़ोसी देश पाकिस्तान को अप्रत्यक्ष रूप से कड़ा संदेश दिया। उन्होंने कहा कि “पूरा भारत एक घर है, लेकिन किसी ने इसका एक कमरा हथिया लिया है, जिसे वापस लेना है।”
भागवत का यह बयान न सिर्फ भारत की एकता और सांस्कृतिक अखंडता पर जोर देता है, बल्कि यह भी संकेत देता है कि संघ की विचारधारा में विभाजन के घाव अब भी जिंदा हैं।
कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि भारत केवल एक भौगोलिक इकाई नहीं, बल्कि एक जीवंत सांस्कृतिक चेतना है। उन्होंने कहा, “हमारे पूर्वजों ने जो भारत छोड़ा, वह अधूरा है। हमें उसे फिर से जोड़ना है।”
RSS प्रमुख ने आगे कहा कि भारत की शक्ति उसके संस्कारों और एकता में है। उन्होंने देशवासियों से आह्वान किया कि वे भाषा, जाति और धर्म से ऊपर उठकर राष्ट्र को मजबूत बनाने में अपनी भूमिका निभाएं।
राजनीतिक हलकों में भागवत के इस बयान को पाकिस्तान पर अप्रत्यक्ष टिप्पणी माना जा रहा है। सोशल मीडिया पर भी इस वक्तव्य को लेकर बहस तेज हो गई है — समर्थक इसे राष्ट्रवादी दृष्टिकोण बता रहे हैं, जबकि विपक्षी दल इसे राजनीतिक संकेत मान रहे हैं।