सलाई बैंड: सुरक्षा के साथ फंसे हुए यात्रियों की वापसी
उत्तरकाशी:
पिछले रविवार को सलाई बैंड (यमुनोत्री हाईवे) पर अचानक भारी भूस्खलन की घटना ने तीर्थयात्रियों और स्थानीय नागरिकों की राह रोक दी। इस आपदा के कारण सैकड़ों लोग मार्ग में फंस गए और स्थिति अत्यंत चुनौतीपूर्ण हो गई।
जानकारी के अनुसार, भूस्खलन इतना भीषण था कि बड़े-बड़े बोल्डर और मलबा सड़कों पर आकर गिर गए, जिससे यातायात पूरी तरह बाधित हो गया। कई तीर्थयात्रियों, जो यमुनोत्री धाम की यात्रा पर थे, इस अप्रत्याशित घटना में फंस गए।
घटना की सूचना मिलते ही SDRF (State Disaster Response Force) की टीमें त्वरित गति से मौके पर पहुँचीं और लापता व्यक्तियों की खोजबीन शुरू कर दी। जिला पुलिस, प्रशासन और ITBP (Indo-Tibetan Border Police) की सहायता से रेस्क्यू ऑपरेशन युद्ध स्तर पर चलाया जा रहा है।
बचाव दल प्रभावित यात्रियों को सुरक्षित स्थानों तक पहुँचाने के लिए कठिन भू-भाग, मलबे और लगातार गिरते पत्थरों के बीच लगातार प्रयासरत हैं। राहत की बात यह है कि अब तक सैकड़ों लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है और लापता व्यक्तियों की खोज भी तेजी से जारी है।
प्रशासन की अपील:
जिला प्रशासन ने अपील की है कि खराब मौसम और सक्रिय भूस्खलन क्षेत्र को देखते हुए यात्री अनावश्यक रूप से इस मार्ग पर यात्रा करने से बचें। यात्रा से पहले प्रशासनिक मार्गदर्शन और मौसम पूर्वानुमान की जानकारी अवश्य लें।
यह आपदा हमें एक बार फिर याद दिलाती है कि पर्वतीय क्षेत्रों में यात्रा के दौरान सुरक्षा और सतर्कता अत्यंत आवश्यक है।