कर्पूरी ठाकुर के ‘जननायक’ खिताब की चोरी कर रहे नेताओं से सजग रहें बिहार के लोग: पीएम मोदी
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को बिहार के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश दिया और साथ ही युवाओं के लिए कई नई परियोजनाओं की घोषणा की। पीएम मोदी ने विज्ञान भवन में आयोजित कौशल दीक्षांत समारोह में कहा कि कुछ नेता ‘जननायक’ का खिताब अपने लिए हथियाना चाहते हैं, जबकि यह सम्मान भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर को जनता ने दिया था।
प्रधानमंत्री ने कहा, “बिहार को अब एक नई स्किल यूनिवर्सिटी मिली है। नीतीश जी की सरकार ने इसका नाम भारत रत्न, जननायक कर्पूरी ठाकुर जी के नाम पर रखा है। और कर्पूरी ठाकुर जी को ‘जननायक’ यह सोशल मीडिया की ट्रोल टीम ने नहीं बनाया, बल्कि बिहार के जन-जन ने उनके जीवन और सेवाभाव को देखकर उन्हें यह सम्मान दिया।”
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नितीश कुमार भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए। पीएम मोदी ने विपक्षी महागठबंधन के नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि वे बिहार में वोटों की राजनीति करते हुए जननायक के खिताब की भी चोरी करने में लगे हैं। उन्होंने बिहार के लोगों से आग्रह किया कि वे सजग रहें और कर्पूरी ठाकुर को जनता द्वारा दिए गए सम्मान की रक्षा करें।
प्रधानमंत्री ने कर्पूरी ठाकुर के योगदान को याद करते हुए कहा कि उन्होंने अपना पूरा जीवन समाज की सेवा और शिक्षा के विस्तार में लगाया। उनके उद्देश्य थे कि समाज का सबसे कमजोर व्यक्ति भी आगे बढ़े। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि उनके नाम पर स्थापित होने वाली नई स्किल यूनिवर्सिटी इसी सपने को साकार करने का एक सशक्त माध्यम बनेगी।
पीएम मोदी ने बिहार की पिछली शिक्षा व्यवस्था पर भी विपक्ष पर कटाक्ष किया। उन्होंने बताया कि दो-ढाई दशक पहले बिहार में शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चौपट थी। स्कूल ईमानदारी से नहीं खुलते थे और भर्ती प्रक्रियाएं भी बाधित थीं। उन्होंने कहा कि मजबूरी में लाखों बच्चों को बेहतर शिक्षा के लिए बिहार छोड़कर बनारस, दिल्ली, मुंबई जाना पड़ता था। यही पलायन की असली शुरुआत थी।
इसके साथ ही पीएम मोदी ने आईटीआई दीक्षांत समारोह में 60 हजार करोड़ रुपए की ‘पीएम सेतु’ योजना का उद्घाटन किया और देशभर के नवोदय विद्यालयों एवं एकलव्य मॉडल स्कूलों में 1200 नई स्किल लैब्स की शुरुआत की। यह कदम युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने और उनकी कौशल विकास में मददगार साबित होगा।
प्रधानमंत्री ने बिहार के युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा और कौशल विकास ही प्रदेश और देश की प्रगति की कुंजी हैं। उन्होंने जोर दिया कि नई यूनिवर्सिटी युवाओं को व्यवसायिक प्रशिक्षण और आत्मनिर्भर बनने का अवसर प्रदान करेगी, जो कर्पूरी ठाकुर के सामाजिक न्याय और शिक्षा के सपनों को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।