प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मानसून सत्र को बताया लोकतंत्र को सशक्त करने का अवसर, रचनात्मक चर्चा की कामना की
नई दिल्ली: संसद का मानसून सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उम्मीद जताई कि यह सत्र राष्ट्रहित में रचनात्मक और सार्थक चर्चा से भरा रहेगा। पीएम मोदी ने कहा कि यह समय लोकतंत्र को और अधिक मजबूत बनाने का है।
सोमवार सुबह संसद पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा,
“May the Monsoon Session of Parliament be productive and filled with enriching discussions that strengthen our democracy.”
(संसद का मानसून सत्र उपयोगी हो और इसमें ऐसे समृद्ध विचार-विमर्श हों जो हमारे लोकतंत्र को और अधिक मजबूत बनाएं।)
प्रधानमंत्री के इस बयान को राजनीतिक शिष्टाचार और सहयोग की दिशा में एक सकारात्मक पहल के रूप में देखा जा रहा है। उन्होंने इशारा किया कि लोकतंत्र की सुंदरता इसी में है कि विभिन्न मत और विचार संसद में सुने जाएं और राष्ट्रहित में निर्णय लिए जाएं।
सत्र के दौरान कई महत्वपूर्ण विधेयकों और नीतिगत मामलों पर चर्चा होनी है, जिसमें विपक्ष और सरकार आमने-सामने आ सकते हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री का यह बयान सौहार्द्रपूर्ण माहौल बनाए रखने की दिशा में एक संदेश माना जा रहा है।