राहुल गांधी ने प्रदूषण पर ठोस रणनीति की मांग की, रिजिजू ने चर्चा का दिया भरोसा;
अनुराग ठाकुर ने तमिलनाडु सरकार पर साधा निशाना
संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने देश में बढ़ते प्रदूषण को लेकर केंद्र सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि दिल्ली-एनसीआर सहित कई बड़े शहर गंभीर प्रदूषण की चपेट में हैं, लेकिन सरकार के पास इसे रोकने के लिए कोई ठोस और प्रभावी योजना नजर नहीं आती। राहुल गांधी ने मांग की कि सरकार प्रदूषण नियंत्रण को लेकर एक स्पष्ट, समयबद्ध और व्यावहारिक कार्ययोजना बनाए, ताकि आम जनता को राहत मिल सके।
राहुल के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि सरकार इस गंभीर मुद्दे पर संसद में चर्चा के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा कि प्रदूषण केवल एक राज्य या सरकार की समस्या नहीं है, बल्कि यह राष्ट्रीय चुनौती है, जिसके समाधान के लिए सभी दलों को मिलकर काम करना चाहिए। रिजिजू ने विपक्ष से आग्रह किया कि राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप से ऊपर उठकर समाधान पर चर्चा की जाए।
इसी बीच केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने एक अलग मुद्दे पर तमिलनाडु सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि तमिलनाडु की सत्तारूढ़ सरकार सनातन धर्म के खिलाफ बयानबाजी कर रही है और लगातार हिंदू आस्थाओं को निशाना बना रही है। ठाकुर ने कहा कि सनातन धर्म करोड़ों लोगों की आस्था है और इसका अपमान किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जा सकता।
संसद में एक ओर प्रदूषण जैसे ज्वलंत मुद्दे पर चर्चा की मांग उठी, तो दूसरी ओर धार्मिक और वैचारिक मुद्दों पर सियासी टकराव देखने को मिला। विपक्ष का आरोप है कि सरकार मूल मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है, जबकि सरकार का कहना है कि वह हर विषय पर जवाब देने और चर्चा करने के लिए तैयार है।
यह घटनाक्रम दर्शाता है कि संसद में आने वाले दिनों में राजनीतिक बहस और भी तीखी हो सकती है।












