पितृपक्ष में iPhone 17 खरीदने का नया चलन, संस्कारों पर उठे सवाल
नई दिल्ली: पितृपक्ष के पवित्र समय में लोग अपने पूर्वजों को श्रद्धांजलि देने और श्राद्ध, तर्पण जैसे संस्कार करने में व्यस्त रहते हैं। लेकिन इस बार कुछ युवाओं ने परंपरा से हटकर नया रिकॉर्ड बनाया है। पितृपक्ष में iPhone 17 खरीदने की होड़ ने धार्मिक मान्यताओं और संस्कारों पर सवाल खड़ा कर दिया है।
पारंपरिक मान्यताओं के अनुसार, पितृपक्ष में नई वस्तुओं की खरीदारी नहीं करनी चाहिए। इसका उद्देश्य पूर्वजों का सम्मान बनाए रखना और उनकी आत्मा की शांति सुनिश्चित करना है। लेकिन आजकल युवा वर्ग आधुनिक तकनीक और जीवनशैली को प्राथमिकता दे रहा है।

कई लोग मानते हैं कि पितृपक्ष में खरीदारी करना कोई बुरी बात नहीं है, जबकि कुछ इसे धार्मिक नियमों का उल्लंघन मानते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि यह दिखाता है कि हमारी संस्कृति धीरे-धीरे भौतिकवाद की ओर झुक रही है।
पितृपक्ष का महत्व
16 दिनों तक चलने वाला यह पर्व पूर्वजों की आत्मा की शांति और आशीर्वाद के लिए मनाया जाता है।
इस दौरान श्राद्ध, तर्पण, पंचबलि कर्म और कौवे को भोजन देना जैसी परंपराएं निभाई जाती हैं।
यह समय संस्कार, श्रद्धा और पूर्वजों के ऋण का चुकता करने का होता है।
आज की युवा पीढ़ी तकनीक और भौतिक चीजों की ओर आकर्षित हो रही है। पितृपक्ष में iPhone खरीदने की इस होड़ ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या हम अपनी सांस्कृतिक जड़ों और संस्कारों को भूलते जा रहे हैं।