राष्ट्रवीर दुर्गादास राठौर जी की 387वीं जयंती दिल्ली में धूमधाम से मनाई गई
दिल्ली, 13 अगस्त 2025 –
भारत के वीर शिरोमणि और त्याग, साहस एवं राष्ट्रभक्ति के प्रतीक राष्ट्रवीर दुर्गादास राठौर जी की 387वीं जयंती के अवसर पर, दिल्ली आजाद मार्केट स्थित राष्ट्रवीर दुर्गादास राठौर चौक पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर राठौर शोभायात्रा समिति द्वारा दीप प्रज्वलन, माल्यार्पण और पुष्पांजलि का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लेकर अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए।
वीरता और बलिदान की अद्वितीय मिसाल
भारत के इतिहास में 13 अगस्त 1638 का दिन स्वर्ण अक्षरों में अंकित है। इसी दिन मारवाड़ (राजस्थान) की धरती पर वीरता के प्रतीक दुर्गादास राठौर जी का जन्म हुआ था। उन्होंने अपने जीवनकाल में मातृभूमि की रक्षा के लिए युद्धभूमि में साहस दिखाया, और मुगलों की सत्ता के सामने कभी झुकने से इंकार किया।
दुर्गादास राठौर ने न केवल अपने राज्य की अखंडता बचाई, बल्कि स्वतंत्रता, न्याय और धर्म की रक्षा के लिए आजीवन संघर्ष किया। यही कारण है कि उनका नाम आज भी भारत के महान योद्धाओं में सम्मान के साथ लिया जाता है।
कार्यक्रम का शुभारंभ और विशेष अतिथि
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि श्री जय प्रकाश (जेपी भाई) – पूर्व मेयर एवं निगम पार्षद – ने दीप प्रज्वलित करके किया।
इस अवसर पर भाजपा नेता श्री कमल सिंह, श्री सुमेश लिलोठिया (कार्यालय मंत्री, SC मोर्चा, दिल्ली प्रदेश), श्री बृजमोहन चंदेलिया (अध्यक्ष, सदर बाज़ार मंडल), समाजसेवी रुद्र ठाकुर, श्री संजय कटारिया (मंडल अध्यक्ष, SC मोर्चा, सदर बाजार) सहित भाजपा के अनेक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

राठौर समाज की गरिमामयी उपस्थिति
इस अवसर पर प्रांतीय राठौर समाज, दिल्ली प्रदेश के प्रधान श्री मनोज राठौर, महामंत्री श्री मोहन सिंह राठौर, कोषाध्यक्ष डॉ. आनंद राठौर और दिल्ली-NCR से आए अनेक समाजसेवी भी शामिल हुए। सभी ने वीर दुर्गादास राठौर जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण और पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया।

आयोजन समिति की भूमिका
इस पूरे कार्यक्रम का सफल आयोजन श्री मुकेश राठौर (पिंटू भाई) श्री अर्पण राठौर – {अध्यक्ष } और दिल्ली प्रदेश एवं राठौर शोभा यात्रा समिति के पदाधिकारियों द्वारा किया गया,
सांस्कृतिक धरोहर के प्रति जागरूकता का संदेश
इस जयंती समारोह ने न केवल वीर दुर्गादास राठौर जी के साहस और बलिदान को याद किया, बल्कि समाज में देशभक्ति और इतिहास के प्रति गर्व की भावना को भी प्रबल किया।
कार्यक्रम के अंत में सभी ने एक स्वर में यह संकल्प लिया कि आने वाली पीढ़ियों को राष्ट्रवीर दुर्गादास राठौर जी के जीवन से प्रेरणा दी जाएगी और उनकी गौरवगाथा को जन-जन तक पहुँचाया जाएगा।