गोपेश्वर से चतुर्थ केदार रुद्रनाथ जी की डोली विधि-विधान के साथ रवाना, 18 मई को खुलेंगे कपाट
गोपेश्वर (चमोली), उत्तराखंड:
पंचकेदारों में चतुर्थ केदार भगवान रुद्रनाथ जी की चल विग्रह डोली आज गोपेश्वर स्थित गोपीनाथ मंदिर से पूजा-अर्चना और वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ रुद्रनाथ मंदिर के लिए रवाना हो गई। डोली यात्रा को लेकर क्षेत्र में भक्तिमय माहौल बना रहा और बैंड की धुन पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ मौजूद रही।
डोली प्रस्थान से पूर्व गोपीनाथ मंदिर में विशेष पूजा सम्पन्न हुई। मुख्य पुजारी और हक-हकूकधारियों की अगुवाई में भगवान रुद्रनाथ की चल विग्रह मूर्ति का अभिषेक किया गया। स्थानीय ग्रामीणों ने परंपरा अनुसार भगवान को नौ-नाज (नया अनाज) अर्पित कर अच्छे स्वास्थ्य और खुशहाली की कामना की।
पुजारी के अनुसार, डोली आज रात्रि विश्राम के लिए ल्यूंठी बुग्याल पहुंचेगी और 17 मई को रुद्रनाथ मंदिर में प्रवेश करेगी। इसके बाद 18 मई 2025 को ब्रह्म मुहूर्त में रुद्रनाथ मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोल दिए जाएंगे।
भगवान शिव को समर्पित रुद्रनाथ मंदिर, उत्तराखंड के पांच केदारों में से एक है और यह भारत का एकमात्र मंदिर है जहां शिव के मुखारविंद के दर्शन होते हैं। समुद्र तल से 3,600 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह मंदिर मुख्य सड़क मार्ग से करीब 22 किलोमीटर की कठिन पैदल यात्रा के बाद पहुंचा जा सकता है।
प्राकृतिक सौंदर्य, हरे-भरे बुग्याल और हिमालय की गोद में बसे इस मंदिर तक हर वर्ष हजारों श्रद्धालु कठिन यात्रा तय कर भगवान रुद्रनाथ के दर्शन के लिए पहुंचते हैं।
नेशनल कैपिटल टाइम्स ;