राजस्थान से हिमाचल तक शीतलहर का प्रकोप, उड़ानों पर भी असर
उत्तर भारत में सर्दी ने अपने तीखे तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। राजस्थान में तापमान गिरकर 3.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है, जिससे आम जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हो गया है। मौसम विभाग ने प्रदेश के कई हिस्सों में कोल्डवेव का अलर्ट जारी किया है। खुले इलाकों में सुबह और रात के समय बर्फीली हवाओं के कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में खेतों में पाले का असर फसलों पर भी दिखाई देने लगा है।
हिमाचल प्रदेश में स्थिति और भी गंभीर बनी हुई है। कई पर्वतीय इलाकों में पारा शून्य से नीचे चला गया है, जिससे पानी की पाइप लाइनें जम रही हैं और यातायात प्रभावित हो रहा है। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फ जमने के कारण सड़कें फिसलनभरी हो गई हैं, जिससे प्रशासन ने लोगों को अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी है। स्कूलों के समय में भी बदलाव किया जा सकता है।
मध्य प्रदेश के हालात भी कुछ अलग नहीं हैं। राज्य के 10 शहरों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया है। ठंड के चलते अस्पतालों में सर्दी, खांसी और सांस की बीमारियों से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। प्रशासन ने खास तौर पर बुजुर्गों और बच्चों को सुबह-शाम घर से बाहर न निकलने की अपील की है।
उत्तर प्रदेश में घना कोहरा और कड़ाके की ठंड का सीधा असर हवाई यातायात पर पड़ा है। खराब दृश्यता के कारण 7 उड़ानें रद्द करनी पड़ीं, जबकि कई उड़ानें देरी से संचालित हुईं। सड़कों पर भी कोहरे के कारण वाहन चालकों को भारी दिक्कत हुई और कई स्थानों पर यातायात धीमा रहा।
मौसम विभाग के अनुसार अगले कुछ दिनों तक ठंड से राहत मिलने की संभावना कम है। लोगों को गर्म कपड़े पहनने, अलाव का सुरक्षित इस्तेमाल करने और मौसम को देखकर यात्रा की योजना बनाने की सलाह दी गई है।












