कश्मीर से दिल्ली तक सेब के लिए स्पेशल पार्सल ट्रेन सेवा शुरू
भारतीय रेल ने किसानों और व्यापारियों के हित को ध्यान में रखते हुए कश्मीर घाटी से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली तक सेब की ढुलाई के लिए विशेष पार्सल ट्रेन सेवा की शुरुआत की है। इस सेवा की शुरुआत बडगाम से की गई है, जो कश्मीर में सेब उत्पादन का अहम केंद्र माना जाता है। ट्रेन दिल्ली के आदर्श नगर स्टेशन तक पहुंचेगी और यहां से देश के विभिन्न मंडियों में कश्मीरी सेब की सप्लाई को सुगम बनाया जाएगा।
किसानों और व्यापारियों को बड़ा लाभ
सेब कश्मीर की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। लाखों लोग इसकी खेती और कारोबार से जुड़े हुए हैं। लेकिन अब तक परिवहन की कठिनाइयों और अधिक समय लगने के कारण किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ता था। ताज़ा सेबों को लंबे समय तक सुरक्षित रखना चुनौती बन जाता था। नई पार्सल ट्रेन सेवा से अब यह समस्या काफी हद तक दूर हो जाएगी। रेलमार्ग से माल ढुलाई सड़क मार्ग की तुलना में तेज़, सुरक्षित और किफायती होती है। इससे सेब की ताजगी बनी रहेगी और किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिलेगा।
राष्ट्रीय मंडियों तक सीधी पहुंच
दिल्ली के आदर्श नगर तक यह सेवा शुरू होने से न सिर्फ राजधानी बल्कि आसपास के राज्यों – हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और उत्तर प्रदेश – की मंडियों तक भी कश्मीरी सेब आसानी से पहुंच पाएंगे। इससे व्यापारियों और थोक विक्रेताओं को भी समय और लागत दोनों की बचत होगी।
सरकार और रेलवे की पहल
भारतीय रेल का कहना है कि यह कदम ‘डबल इंजन सरकार’ की उस नीति का हिस्सा है जिसमें किसानों की आय दोगुनी करने और स्थानीय उत्पादों को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने पर जोर दिया जा रहा है। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि इस पार्सल ट्रेन सेवा के तहत विशेष डिब्बों की व्यवस्था की गई है, जिसमें फल और सब्जियों जैसे नाजुक उत्पाद सुरक्षित तरीके से लाए-ले जाए जा सकें।
कश्मीर की अर्थव्यवस्था को मजबूती
कश्मीरी सेब अपनी मिठास और गुणवत्ता के लिए पूरी दुनिया में मशहूर है। लेकिन परिवहन और वितरण की चुनौतियों के कारण इसकी पूरी क्षमता अब तक देश की मंडियों में नहीं पहुंच पाती थी। यह सेवा सेब उद्योग को नई ऊर्जा देगी और कश्मीर की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती प्रदान करेगी। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे किसानों को बेहतर दाम मिलेंगे और रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।
उपभोक्ताओं को भी होगा फायदा
इस पहल का फायदा केवल किसानों और व्यापारियों तक ही सीमित नहीं रहेगा, बल्कि उपभोक्ताओं को भी मिलेगा। दिल्ली और आसपास के राज्यों में लोग अब सीधे ताज़ा और गुणवत्तापूर्ण कश्मीरी सेब खरीद सकेंगे। मंडियों में सप्लाई बढ़ने से कीमतों पर भी नियंत्रण बने रहने की उम्मीद है।