किराड़ी के विनोद कुमार ने रचा इतिहास: टाइपिंग में 21वां गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड, सचिन तेंदुलकर को भी पछाड़ा
लोकेशन: किराड़ी विधानसभा
“हौसलों की उड़ान को पंखों की ज़रूरत नहीं होती।”
दिल्ली के उत्तर-पश्चिम जिले की किराड़ी विधानसभा से आने वाले विनोद कुमार चौधरी ने इस कहावत को सच साबित करते हुए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की दुनिया में नया इतिहास रच दिया है। उन्होंने 21वां वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम करके न सिर्फ देश का नाम रोशन किया, बल्कि क्रिकेट के भगवान माने जाने वाले सचिन तेंदुलकर को भी पीछे छोड़ दिया है।
टाइपिंग की दुनिया के बेताज बादशाह
विनोद चौधरी को दुनिया अब “टाइपिंग किंग” के नाम से जानने लगी है। उन्होंने अब तक जो 21 वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए हैं, उनमें से कई रिकॉर्ड तो ऐसे हैं जो आम इंसान के लिए कल्पना से परे हैं —
नाक से टाइपिंग में सबसे तेज़
आंखों पर पट्टी बांधकर टाइपिंग
माउथ स्टिक से बिना हाथों के टाइपिंग
सिर्फ एक उंगली से हाई स्पीड टाइपिंग
उनकी यह उपलब्धियाँ न सिर्फ तकनीकी दक्षता का उदाहरण हैं, बल्कि मानसिक एकाग्रता, अनुशासन और अडिग संकल्प की भी मिसाल हैं।

सचिन तेंदुलकर से दो कदम आगे
सचिन तेंदुलकर के नाम कुल 19 गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज हैं – चाहे वो सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय रन हों या सबसे ज्यादा सेंचुरीज़। लेकिन अब विनोद चौधरी इन रिकॉर्ड्स की संख्या में उनसे दो कदम आगे निकल चुके हैं।
कैसे हुई शुरुआत?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, विनोद को बचपन से ही टाइपिंग का शौक था। धीरे-धीरे उन्होंने इस शौक को जुनून में बदल दिया। सीमित संसाधनों के बावजूद, उन्होंने निरंतर अभ्यास, आत्म-विश्वास और रचनात्मकता के दम पर खुद को एक ग्लोबल आइकन बना लिया।
देश का नाम किया रोशन
आज जब युवा सोशल मीडिया पर समय बर्बाद कर रहे हैं, ऐसे में विनोद का यह सफर एक मॉडर्न रोल मॉडल की तरह सामने आता है। उन्होंने यह साबित कर दिया कि कोई भी व्यक्ति साधारण संसाधनों से भी असाधारण मुकाम हासिल कर सकता है।
जनता की प्रतिक्रिया
किराड़ी विधानसभा में हर कोई गर्व महसूस कर रहा है। लोग विनोद को “दिल्ली का गौरव” और “भारत का प्रेरणास्त्रोत” कहकर संबोधित कर रहे हैं। कई स्कूलों और संस्थाओं ने उन्हें प्रेरणा स्त्रोत के रूप में आमंत्रित भी किया है।
नेशनल कैपिटल टाइम्स