उज्जैन महामंडलेश्वर
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प्रयागराज से सभी को कुंभ में पधारने का आमंत्रण मिल रहा है, लेकिन मुझे वहां से मृत्यु का निमंत्रण आया है। उर्दू में लिखे गए इस धमकी भरे पत्र में न सिर्फ मुझे अपशब्द कहे गए हैं, बल्कि जान से मारने की धमकी भी दी गई है। ऐसा मेरे साथ पहली बार नहीं हुआ है। भानपुरा से उज्जैन लौटते समय कुछ लोगों ने मुझे रोका था हथियार दिखाए थे और जान से मारने की धमकी दी थी।
इसके एक सप्ताह बाद मुझे धमकी भरा पत्र मिला था और मोन तीर्थ आश्रम पर भी कुछ लोग गड़बड़ियां करने का प्रयास कर चुके हैं। हर बार हमने प्रशासन को इस खतरे से अवगत कराया, लेकिन इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। इस बार भी सर तन से जुदा की धमकी मुझे मिली है लेकिन मैं इस धमकी के बाद भी किसी से डरने और घबराने वाला नहीं हूं मैंने सनातन का कार्य किया है और इसे करता रहूंगा। गंगाघाट स्थित श्री मौन तीर्थ पीठ के पीठाधीश्वर और निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर डॉ. सुमनानंद गिरि महाराज ने यह बात मीडिया को इलाहाबाद के प्रयागराज से आए धमकी भरे पत्र को दिखाते हुए कहीं।
महामंडलेश्वर का कहना है कि सगीर अहमद पिता रिजवान नाम के व्यक्ति ने एक लिफाफे में उर्दू भाषा में धमकी भरा पत्र लिखकर इसे नवाब नगर, करेली जनपद इलाहाबाद उप्र से उज्जैन के हमारे आश्रम मोन तीर्थ पर भेजा है। यह धमकी भरा पत्र मिलने के बाद मोन तीर्थ के पीठाधीश्वर व महामंडलेश्वर डॉ सुमनानंद गिरि महाराज ने इस पत्र की छाया प्रति मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को भेजने के साथ ही सुरक्षा की मांग की है।
इसीलिए मिल रही सुमनानंद गिरि को धमकी
महामंडलेश्वर सुमनानंद गिरी वर्षों से सनातन धर्म का प्रचार प्रसार करने का काम कर रहे हैं। उनके आश्रम पर मुस्लिम लड़कियों के विवाह के साथ ही कई लोगों को धर्म परिवर्तन भी करवाया गया है। साथ ही महामंडलेश्वर सनातन धर्म के प्रचार प्रसार के लिए भी कई कार्य करते हैं। यही कारण है कि वह पिछले काफी समय से कुछ लोगों के निशाने पर हैं जो कि उन्हें आए दिन इस प्रकार की धमकियां देते रहते हैं।
धमकी मिलने से आक्रोशित है साधु संत
सनातन धर्म के प्रति काम करने वाले महामंडलेश्वर सुमनानंद गिरी को मिली धमकी से साधु संतों में खासा आक्रोश व्याप्त है। साधु संतों का कहना है कि सनातन धर्म के प्रति काम करने वाले ऐसे व्यक्ति को सर तन से जुदा की जो धमकियां मिल रही है उसे सरकार को गंभीरता से लेना चाहिए। पूर्व में भी महामंडलेश्वर सुमनानंद गिरी को किस प्रकार की धमकियां मिल चुकी है, अगर समय रहते उन्हें सुरक्षा नहीं दी गई तो ऐसे लोग कभी भी उन्हें नुकसान पहुंचा सकते हैं।