पंजाब में ‘नशे के खिलाफ युद्ध’ अभियान को मिली नई गति, सरकारी स्कूलों में शुरू हुआ नशा विरोधी पाठ्यक्रम
चंडीगढ़, अगस्त — पंजाब सरकार ने नशे के खिलाफ अपनी मुहिम को एक नई दिशा देते हुए राज्य के 3,500 सरकारी स्कूलों में नशा विरोधी पाठ्यक्रम की शुरुआत कर दी है। यह पहल मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में चल रहे ‘युद्ध, नशे के विरुद्ध’ अभियान का हिस्सा है।
इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम का उद्घाटन हुआ, जिसमें आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, मनीष सिसोदिया और पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस उपस्थित रहे। यह कार्यक्रम न केवल एक शैक्षिक प्रयास है, बल्कि युवाओं के भविष्य को बचाने की दिशा में उठाया गया एक ठोस कदम माना जा रहा है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस अवसर पर कहा, “पंजाब की धरती पर कोई बच्चा नशे की गिरफ्त में न आए, इसके लिए हमें स्कूली स्तर से ही जागरूकता की शुरुआत करनी होगी। यह पाठ्यक्रम हमारे बच्चों को सही समय पर सही दिशा देने का कार्य करेगा।”
यह नशा विरोधी पाठ्यक्रम फिलहाल 3,500 सरकारी स्कूलों में लागू किया गया है, लेकिन सरकार की योजना इसे जल्द ही राज्य के सभी सरकारी और निजी स्कूलों में लागू करने की है। शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने जानकारी दी कि इस पाठ्यक्रम में छात्रों को नशे के दुष्परिणामों, स्वास्थ्य पर पड़ने वाले असर, सामाजिक बुराइयों और इससे जुड़ी कानूनी जानकारी को रोचक और व्यवहारिक तरीके से पढ़ाया जाएगा।
अरविंद केजरीवाल ने भी इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा, “दिल्ली में हमने शिक्षा के माध्यम से समाज को बदला है, अब पंजाब में भी नशे के खिलाफ शिक्षा ही सबसे बड़ा हथियार बनेगा।” वहीं मनीष सिसोदिया ने छात्रों के मानसिक विकास और सामाजिक जागरूकता में ऐसे पाठ्यक्रमों की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया।
राज्य सरकार का मानना है कि जब तक समाज का हर वर्ग—विशेष रूप से युवा वर्ग—नशे के विरुद्ध जागरूक नहीं होगा, तब तक इस लड़ाई में जीत पाना मुश्किल होगा। यही कारण है कि इस पाठ्यक्रम को केवल औपचारिक शिक्षा का हिस्सा नहीं, बल्कि एक सामाजिक आंदोलन के रूप में पेश किया जा रहा है।
अभिभावकों, शिक्षकों और सामाजिक संगठनों से भी इस मुहिम में भाग लेने की अपील की गई है ताकि बच्चों को हर स्तर पर सकारात्मक माहौल और मार्गदर्शन मिल सके। उम्मीद की जा रही है कि यह पहल पंजाब के भविष्य को नशा मुक्त बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी।