Shravan 2025: सनातन परंपरा में भगवान शिव एक ऐसे देवता हैं जो सबसे जल्दी प्रसन्न होकर अपने भक्तों पर कृपा आशीर्वाद बरसाते हैं. शिव की कृपा और उनका आशीर्वाद पाने के लिए श्रावण मास को सबसे ज्यादा शुभ और फलदायी माना गया है. भगवान शिव के बारे में मान्यता है कि वो अपने भक्तों को आशीर्वाद देते समय किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं करते हैं. पौराणिक कथाएं इस बात की साक्षी हैं कि उन्होंने देवताओं और दैत्यों की तपस्या से प्रसन्न होकर उन पर सामान रूप से कृपा बरसाई है. यही कारण है कि पावन श्रावण मास के लगते ही तमाम शिवालयों में देवों के देव महादेव का रुद्राभिषेक, जलाभिषेक, दुग्धाभिषेक आदि करने के लिए भक्तों की भारी भीड़ जुटने लगती है. यदि आप भी श्रावण मास में औघड़दानी भगवान शिव (Lord Shiva) को प्रसन्न करके मनचाहा वरदान पाना चाहते हैं तो आपको कुछेक बातों का विशेष ख्याल रखना चाहिए.
श्रावण में कब करें शिव पूजन
शिव पूजा की सबसे सरल विधि