गजब बिहार: कुत्ते के नाम पर बना निवास प्रमाण पत्र, अब क्या वो भी बनेगा मतदाता?
बिहार से एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है जिसने प्रशासनिक व्यवस्था और लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। यहां एक कुत्ते के नाम पर वैध निवास प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया, और यही प्रमाण पत्र अगर चुनाव आयोग को दिया जाए, तो उस कुत्ते को मतदाता सूची में शामिल किया जा सकता है।
Dog बना “वोटर”!
चुनाव से पहले मतदाता सूची के अद्यतन अभियान में यह मामला उजागर हुआ, जहां एक कुत्ते के नाम पर जारी किया गया निवास प्रमाण पत्र बाकायदा वैध रूप से दर्ज मिला। यह घटना दर्शाती है कि दस्तावेजों की जांच प्रक्रिया में कितनी बड़ी चूक हो रही है।

लाखों इंसानों के वोट कटे, पर Dog को प्रमाण पत्र?
एक ओर आम लोग मामूली त्रुटियों के कारण अपना वोट खो रहे हैं, वहीं दूसरी ओर एक जानवर को भी वोटर बनने के लिए जरूरी प्रमाण पत्र जारी किया जा रहा है। यह घटना केवल लापरवाही नहीं, बल्कि लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ है।
यह मामला दर्शाता है कि:
दस्तावेजों की जांच में भारी खामियां हैं।
सिस्टम में फर्जीवाड़े की गुंजाइश बनी हुई है।
आम नागरिकों के अधिकारों को नजरअंदाज़ किया जा रहा है।
सवाल जो उठने चाहिए:
यह गड़बड़ी कैसे हुई?
क्या यह केवल एक प्रशासनिक चूक है या इसके पीछे कोई सोची-समझी साजिश?
क्या ऐसे मामलों की गहराई से जांच होगी और जिम्मेदारों पर कार्रवाई होगी?
बिहार की यह घटना केवल मज़ाक नहीं, बल्कि प्रणाली की गंभीर खामी को उजागर करती है। अगर एक कुत्ते को दस्तावेज़ मिल सकते हैं,