चार प्रमुख निरीक्षकों पर निलंबन,
एयरलाइन प्रबंधन पर उठे सवाल
देश की सबसे बड़ी लो-कॉस्ट एयरलाइन इंडिगो एक बार फिर सुर्खियों में है। कंपनी ने फ्लाइट ऑपरेशन से जुड़े चार वरिष्ठ निरीक्षकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। यह कदम उस आंतरिक समीक्षा के बाद उठाया गया, जिसमें एयरलाइन संचालन और सुरक्षा मानकों के पालन में गंभीर चूक की बात सामने आई थी। जांच में पाया गया कि कई महत्वपूर्ण प्रक्रियाएँ निर्धारित नियमों के अनुरूप नहीं थीं, जिससे यात्रियों की सुरक्षा और एयरलाइन की विश्वसनीयता दोनों पर प्रभाव पड़ सकता था।
इसी घटनाक्रम पर कम लागत वाली उड़ान सेवाओं की शुरुआत करने वाले एविएशन उद्योग के वरिष्ठ विशेषज्ञ कर्नल गोपीनाथ ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि इंडिगो जैसी बड़ी कंपनी के लिए यह स्थिति इसलिए पैदा हुई क्योंकि एयरलाइन अपनी सफलता और बाजार हिस्सेदारी को लेकर अत्यधिक आत्मविश्वास में आ गई। उनके अनुसार, जब कोई कंपनी तेजी से बढ़ती है, तो अक्सर प्रक्रिया नियंत्रण ढीले पड़ जाते हैं और वरिष्ठ प्रबंधन का ध्यान संचालन की जमीनी हकीकत से हट जाता है।
गोपीनाथ ने यह भी कहा कि एविएशन क्षेत्र में सुरक्षा कोई विकल्प नहीं बल्कि प्राथमिकता है। नियमों और ऑपरेशन मैनुअल का कड़ाई से पालन ही एक पेशेवर एयरलाइन की पहचान होता है। ऐसे में निरीक्षकों का निलंबन एक चेतावनी है कि एयरलाइंस को अपनी आंतरिक प्रणाली पर तुरंत और गंभीरतापूर्वक सुधार करने होंगे।
इंडिगो की ओर से कहा गया है कि सभी सुरक्षा मापदंडों का पालन सुनिश्चित करने के लिए पुनः प्रशिक्षण, प्रक्रियात्मक समीक्षा और मॉनिटरिंग को और मजबूत किया जाएगा। उद्योग विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम आवश्यक तो है, लेकिन भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए व्यापक सुधारों की ज़रूरत है।












