AXIOM-4 मिशन की डॉकिंग कब होगी?
क्रू सदस्य स्पेसएक्स के फाल्कन 9 रॉकेट पर एक नए स्पेसएक्स ड्रैगन अंतरिक्ष यान में यात्रा करते हुए अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के लिए निकलेगा। मिशन का उद्देश्य गुरुवार, 26 जून को शाम 4:30 बजे (भारतीय समय) ISS के साथ जुड़ना है। भारत के लिए एक्सिओम-4 मिशन अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस मिशन के माध्यम से ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला भारतीय अंतरिक्ष यात्री के रूप में अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की यात्रा करेंगे।
अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में शुभांशु शुक्ला का क्या कार्यक्रम होगा?
इंडियन एयरफोर्स के 39 वर्षीय अधिकारी ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष में एक नई कहानी शुरू करने वाले हैं। वो सुनहरी कहानी जिसका आरंभिक हिस्सा लगभग 41 वर्ष पूर्व भारतीय वायुसेना के एक अन्य अधिकारी, तब के स्क्वॉड्रन लीडर राकेश शर्मा ने लिखा था। जब वे रूस के सोयूज़-T11 स्पेसक्राफ्ट से सैल्यूत 7 ऑर्बिटल स्टेशन पहुंचे थे। उन समयों में सम्पूर्ण राष्ट्र का ध्यान अंतरिक्ष में राकेश शर्मा पर केंद्रित था। कुछ ऐसा ही उत्साह अब ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष यात्रा को लेकर नजर आ रहा है। इससे संबंधित मिशन Axiom 4 की उड़ान के लिए अमेरिका के फ़्लोरिडा में कैनेडी स्पेस सेंटर पर तैयारियां अंतिम चरण में हैं।
ड्रैगन अंतरिक्ष यान के मिशन चालक शुभांशु
कैप्टन शुभांशु शुक्ला ड्रैगन अंतरिक्ष यान के मिशन पायलट रहेंगे. इस उड़ान में उनके साथ तीन और अंतरिक्ष यात्री होंगे। लक्ष्य होगा धरती से लगभग 400 किलोमीटर ऊँचाई पर स्थित इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर पहुँचना। जहां अगले 15 दिन यह टीम विभिन्न प्रकार के वैज्ञानिक परीक्षण करेगी। अंतिम तैयारियों के चलते ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला अपनी टीम के साथ वर्तमान में कैनेडी स्पेस सेंटर में क्वॉरंटीन में हैं. इस पूरे मिशन का संचालन Axiom Space नामक एक नौ साल पुरानी कंपनी कर रही है, जो वाणिज्यिक अंतरिक्ष उड़ानों के लिए स्थापित की गई है।